कल गणतंत्र दिवस पंजाब व हरियाणा की सडक़ों पर उतरेंगे किसान
सडक से सफर करने वाले मुसाफिर 26 जनवरी को जरा ध्यान दे
कुछ रास्तों पर वाहनों की एंट्री बंद और कुछ पर ट्रैफिक डाइवर्ट
ट्रैक्टर परेड को लेकर किसानों ने किया गांवों का दौरा
चंडीगढ़, 25 जनवरी (विश्व वार्ता) गणतंत्र दिवस पर किसानों द्वारा होने वाले ट्रैक्टर मार्च को लेकर जोरदार तैयारी शुरू हो गई है। किसान बड़ी संख्या में ट्रैक्टर मार्च करने को तैयार हैं। गणतंत्र दिवस पर पंजाब और हरियाणा की सडक़ों पर ट्रैक्टर मार्च में करीब 1 लाख से अधिक ट्रैक्टर सडक़ों पर उतरेंगे। दोपहर 12 से 1.30 बजे तक ट्रैक्टर मार्च के बाद सभी किसान अपने ट्रैक्टरों के साथ घरों को लौट जाएंगे। इसलिए यात्रीगण जरा ध्यान 26 जनवरी को इस समय के बीच सडक से आवाजाही न करे तो ठीक है।
यह बात किसान मजदूर मोर्चा के प्रधान सरवन सिंह पंधेर ने ट्रैक्टर मार्च की तैयारियों का जायजा लेने के बाद शंभू बैरियर में मीडिया से बातचीत के दौरान कही। इस दौरान किसान नेताओं ने बताया कि आज तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में सैंकड़ों किसानों ने जगजीत सिंह डल्लेवाल के समर्थन में सांकेतिक भूख हड़ताल की। पंधेर ने कहा कि 26 जनवरी को देश भर में होने जा रहे ट्रैक्टर मार्च को लेकर बड़ी संख्या में ट्रैक्टर जत्थों के रूप में शंभू बैरियर पर पहुंचने शुरू हो चुके हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर निकाले जाने वाली ट्रैक्टर परेड को लेकर किसानों ने बृहस्पतिवार को सुनारिया, बलम, ककराना, मढौधी, मायना व शिमली गांवों का दौरा किया। ट्रैक्टर परेड नई अनाजमंडी से शुरू होगी और दिल्ली बाईपास पर सम्पन्न होगी।
किसान सभा राज्य महासचिव सुमित दलाल ने बताया कि किसान आंदोलन के 13 महीने के चलने के बाद केंद्र सरकार को तीन कृषि कानून रद्द करने पड़े लेकिन अब दोबारा से इन्हीं कानूनों को नई कृषि व्यापार नीति के माध्यम से लागू कर रही है, जिसके चलते आने वाले समय में सरकारी मंडियां बंद हो जाएंगी और प्राइवेट मंडिया स्थापित की जाएंगी। इस नई नीति में कहीं भी किसानों को एमएसपी देने का जिक्र नहीं है उल्टे किसानों की जमीनों को हथियाने के लिए कॉर्पाेरेट खेती को बढ़ावा देने का नियम बना दिया गया। इसलिए इन लंबित मांगों को हल करवाने के लिए 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर किसान ट्रैक्टर लेकर सडक़ पर उतरेंगे।