यमन में भारतीय नर्स निमिषा प्रिया की फांसी को राष्ट्रपति की मंजूरी
जानें क्या था अपराध ?
चंडीगढ़, 31 दिसंबर (विश्ववार्ता)रतीय नर्स निमिषा प्रिया को यमन में हत्या के मामले में फांसी की सजा सुनाई गई है। यमन के राष्ट्रपति रशद अल-अलीमी ने भी उसकी मौत की सजा को मंजूरी दे दी है। यह निर्णय उसके परिवार के लिए एक बड़ा झटका साबित हुआ है, जो लंबे समय से उसकी रिहाई के लिए संघर्ष कर रहा था। निमिषा पर यमन के नागरिक तलाल अब्दो महदी की हत्या का आरोप है और वह 2017 से यमन में जेल में बंद है।
केरल के पलक्कड़ की रहने वाली निमिषा अपने पति और बेटी के साथ यमन गई थी, जहां वो नर्स बनकर काम कर रही थी. कई अस्पतालों में नर्स का काम करने के बाद निमिषा ने यमन में अपना क्लीनिक खोल लिया. इसमें निमिषा ने यमनी नागरिक तलाल महदी से मदद ली थी. क्लीनिक से कमाई होने के बाद जब तलाल ने अपना हिस्सा मांगा तो दोनों के बीच बात लड़ाई तक पहुंच गई. 2016 में निमिषा की शिकायत पर तलाल की गिरफ्तारी भी हुई. तलाल के पास निमिषा का पासपोर्ट था, 2017 में अपना पासपोर्ट वापस लेने के लिए निमिषा ने तलाल को नशीला इंजेक्शन लगा दिया और ओवरडोज से तलाल की मौत हो गई थी।
आपको बता दें कि निमिषा प्रिया की मां, प्रेमा कुमारी, इस साल की शुरुआत में यमन पहुंची थीं और उन्होंने अपनी बेटी की सजा कम करने के लिए पीड़ित परिवार से ब्लड मनी पर बातचीत की। हालांकि, इस मामले में कोई सफलता नहीं मिल पाई। उन्होंने भारतीय दूतावास द्वारा नियुक्त वकील से मदद ली, लेकिन वकील की फीस को लेकर बातचीत में अड़चनें आईं और इस कारण ब्लड मनी पर कोई सहमति नहीं बन पाई।