*पंजाब के युवाओं को कौशल प्रदान करने के लिए पी.एस.डी.एम. द्वारा रैना एजुकेशन फाउंडेशन के साथ समझौता हस्ताक्षरित**•
10,000 से अधिक युवा प्राप्त करेंगे कौशल प्रशिक्षण, शीर्ष 100 उम्मीदवारों का चयन इंटर्नशिप और नौकरी के लिए किया जाएगा।*
*• यह भागीदारी राज्य के युवाओं को कौशलयुक्त और रोजगार के लिए तैयार करने में निभाएगी महत्वपूर्ण भूमिका: अमन अरोड़ा*
चंडीगढ़, 2 सिंतबर (विश्ववार्ता) रोजगार के बदलते रुझानों के अनुसार पंजाब के युवाओं की योग्यता और उद्यमिता कौशल को और अधिक बढ़ावा देने के लिए आज पंजाब कौशल विकास मिशन (पी.एस.डी.एम.) ने पंजाब के रोजगार सृजन, कौशल विकास और प्रशिक्षण मंत्री अमन अरोड़ा की उपस्थिति में रैना एजुकेशन फाउंडेशन के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।
इस समझौते पर पी.एस.डी.एम. की मिशन डायरेक्टर मिस अमृत सिंह (आई.ए.एस.) और तालेरंग की सहयोगी संस्था रैना एजुकेशन फाउंडेशन की प्रमुख श्वेता रैना ने हस्ताक्षर किए। इस भागीदारी का उद्देश्य रोजगार संबंधी प्रशिक्षण, कौशल विकास, इंटर्नशिप और नौकरी की पेशकश कर पंजाब के युवाओं को कौशलयुक्त बनाना है।
पंजाब के युवाओं को रोजगार के समर्थ बनाने के अपने उद्देश्य की ओर आगे बढ़ते हुए विभाग की सराहना करते हुए श्री अमन अरोड़ा ने कहा कि यह भागीदारी पंजाब में कौशल विकास और रोजगार योग्यता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो टिकाऊ रोजगार संभावनाओं और आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने के बड़े लक्ष्य की तर्ज पर है। उन्होंने कहा कि विभाग राज्य के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर प्रदान करने और उन्हें भविष्य रोजगार के लिए तैयार करने हेतु सक्रिय रूप से काम कर रहा है।
इस भागीदारी संबंधी विस्तार से बताते हुए मिशन डायरेक्टर मिस अमृत सिंह ने बताया कि इस पहल को ऑनलाइन और ऑफलाइन तरीके से एक हाइब्रिड मॉडल के माध्यम से लागू किया जाएगा, जिसमें भाग लेने वालों के लिए कोई शुल्क नहीं होगा। उन्होंने आगे कहा कि प्रारंभिक तौर पर 10,000 योग्य उम्मीदवारों के समूह में से शीर्ष 1,000 उम्मीदवारों का चयन समूह के सलाहकार और प्रशिक्षक के रूप में किया जाएगा। इनमें से शीर्ष 500 उम्मीदवार एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और मूल्यांकन साधनों तक पहुंच प्राप्त कर सकेंगे, जिनमें से शीर्ष 100 उम्मीदवारों को इंटर्नशिप और प्लेसमेंट के लिए चुना जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि इस परियोजना का उद्देश्य उनके चुने हुए कौशल क्षेत्रों में व्यावहारिक अनुभव के लिए माइक्रो-इंटर्नशिप प्रदान करना, व्यक्तिगत परामर्श देना जैसे वन-टू-वन मॉक इंटरव्यू और फीडबैक, और ऐप के माध्यम से निरंतर सहायता प्रदान करना है।
पी.एस.डी.एम. और रैना एजुकेशन फाउंडेशन के बीच इस भागीदारी के बारे में और जानकारी देते हुए मिस अमृत सिंह ने कहा कि यह संयुक्त प्रयास उम्मीदवारों को गतिशील नौकरी के लिए तैयार करने हेतु फाउंडेशन की विशेषज्ञता का उपयोग करते हुए मूल्यांकन और प्रशिक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पंजाब के युवाओं की रोजगार योग्यता और उद्यमिता कौशल को बढ़ावा देना और यह सुनिश्चित करना है कि युवा उद्योग की आवश्यकताओं के अनुसार कौशलयुक्त बन सकें और अवसरों का पूरा लाभ उठा सकें।