Lifestyle: आयुर्वेद मे इस पेड की छाल को कहा है खूबियों का खजाना
छुपा है सेहत का राज
चंडीगढ़, 21 फरवरी (विश्ववार्ता) ढ़ेरों गुणों से भरपूर जड़ी बूटियां स्वास्थ्य के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। इनमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटीइंफ्लेटरी गुण सर्दियों में शरीर की मज़बूती और रोग प्रतिरोधक क्षमता दोनों को ही बढ़ाने में कारगर साबित होती हैं। साथ ही दर्द को दूर करने में भी मददगार है। इन्हीं हर्ब्स में से एक है अर्जून की छाल। इसे पाउडर के रूप में या रॉ फॉर्म में इस्तेमाल किया जाता है। दिनों दिन बढ़ने वाले मौसमी संक्रमण को दूर करने के लिए ये बेहद गुणकारी है।
कुछ साल पहले यूएस के नैशनल सैंटर फॉर बायोटैक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (एनसीबीआई) में एक रिपोर्ट छपी। बताया गया कि अजरुन के जलीय अर्क ने मेंढक के हृदय की मांसपेशियों के संकुचन के बल को बढ़ा दिया। वहीं खरगोश के दिल में भी गजब का काम किया। अजरुन के पेड़ को वैज्ञानिक भाषा में टर्मिनलिया अजरुन कहा जाता है। आमतौर पर इसे अजरुन के नाम से जाना जाता है।
एनसीबीआई के मुताबिक, इस पेड़ की छाल के काढ़े का उपयोग भारतीय उपमहाद्वीप में सदियों से सीने में दर्द, हाई ब्लड प्रैशर, कंजेस्टिव हार्ट फेलियर और डिस्लिपिडेमिया के लिए किया जाता है। कई मॉडर्न रिसर्च में यह पता चला है कि अजरुन की छाल में एंटी-इस्केमिक, एंटीऑक्सिडैंट, हाइपोलिपिडेमिक और एंटीथेरोजेनिक गुण पाए जाते हैं। दिल ही नहीं, पेट के लिए भी अजरुन छाल बेहतरीन रिजल्ट लेकर आता है।
मौसमी संक्रमण से दिलाए राहत
अर्जुन की छाल का सेवन करने से एंटीऑक्सीडेंट्स की प्राप्ति होती है। इससे सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार को दूर करने में मदद मिलती है। इसे पानी में उबालकर पीने से ब्रोंकाइटिस, साइनोसाईटिस और अस्थमा के लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है। इसे पीने के लिए पानी में अर्जुन की छाल, नीम की पत्तियां और तुलसी की पत्तियों को डालकर उबाल लें। इससे शरीर में संक्रमण का प्रभाव कम होने लगता है।
2. जोड़ों के दर्द को करे दूर
इसका सेवन करने से हड्डियों को मज़बूती मिलती है और घुटनों में बढ़ने वाला दर्द कम होने लगता है। इसके अलावा हड्डियों में आने वाली आवाज़ को कम करने के लिए भी अर्जुन की छाल का काढ़ा कारगर साबित होता है। साथ ही एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों के चलते ऑस्टियोआर्थराइटिस का खतरा भी कम हो जाता है। सप्ताह में 2 से 3 बार इसका सेवन फायदेमंद साबित होता है।