Punjab सरकार द्वारा सिंचाई प्रणाली में सुधार के लिए नहरों, रजवाहों और खालों का होगा नवीनीकरणः बरिंदर कुमार गोयल
कहा, डैमों और नहरों के पानी का सिंचाई के लिए 100 प्रतिशत उपयोग सुनिश्चित किया जाएगा
राज्य सरकार ने सिंचाई विभाग का बजट 400 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 1500 करोड़ रुपए किया
जल स्रोत मंत्री ने सरहिंद फीडर और राजस्थान फीडर नहर पर 10.24 करोड़ की लागत से नए बनाए गए पुलों का उद्घाटन किया
निर्धारित समय सीमा से चार महीने पहले पूरे किये गये पुल : बरिंदर कुमार गोयल
चंडीगढ 30 नवंबर (विश्ववार्ता) पंजाब सरकार द्वारा मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान की अगुवाई में जहां राज्य की तरक्की और सर्वपक्षीय विकास के लिए बड़े उपाय किए जा रहे हैं, वहीं डैमों और नहरी पानी का सुचारू उपयोग करके टेलों तक नहरी पानी पहुंचाने की व्यापक योजना तैयार की गई है ताकि भूजल और बिजली की बचत की जा सके।
यह प्रगटावा जल स्रोत, खनन व भू-विज्ञान और भूमि व जल संरक्षण मंत्री श्री बरिंदर कुमार गोयल द्वारा मचाकी मल्ल सिंह रोड पर सरहिंद फीडर तथा राजस्थान फीडर नहरों पर 10.24 करोड़ की लागत से नए बनाए गए स्टील के पुलों का उद्घाटन करने के दौरान किया गया।
कैबिनेट मंत्री श्री बरिंदर कुमार गोयल ने बताया कि इन पुलों के बनने से फ़रीदकोट के अलावा अन्य ज़िलों को भी आवागमन के लिए बड़ी सुविधा मिलेगी क्योंकि इससे पहले ये पुल बहुत संकरे थे जिससे लोगों को आवागमन से संबंधित कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता था। उन्होंने कहा कि ये पुल निर्धारित समय से 4 महीने पहले तैयार किए गए हैं जिसके लिए ज़िला प्रशासन और विभाग के अधिकारी बधाई के पात्र हैं।
उन्होंने कहा कि इन दोनों नहरों पर तलवंडी बाईपास के ऊपर भी करीब 40 करोड़ रुपए की लागत से 2 और पुलों का निर्माण किया जा रहा है और उनमें से 1 पुल जनवरी महीने तक आवागमन के लिए खोल दिया जाएगा।
जल स्रोत मंत्री श्री बरिंदर कुमार गोयल ने आगे बताया कि पंजाब सरकार द्वारा जल स्रोतों के सुचारू उपयोग संबंधी प्राथमिक आधार पर योजना बनाई गई है और पंजाब सरकार ने सिंचाई विभाग का बजट 400 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 1500 करोड़ रुपए किया है। उन्होंने कहा कि विभागों द्वारा नहरों और डैमों के पानी के उपयोग के लक्ष्य को 100 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा गया है और 38 प्रतिशत बर्बाद जा रहे पानी को उपयोग में लाने के लिए नहरों का नवीनीकरण सहित रजवाहे व खालों आदि को पक्का किया जाएगा और उनमें पानी की क्षमता बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि नहरी पानी के 100 प्रतिशत उपयोग से भूजल पर निर्भरता काफ़ी हद तक घटेगी। इसके अलावा ट्यूबवेलों का उपयोग घटने के कारण बिजली की भी बड़ी मात्रा में बचत होगी।
उन्होंने कहा कि पंजाब के प्राकृतिक संसाधन भूजल को बचाना पंजाब सरकार की बड़ी पहल है और पिछले 40 वर्षों में किसी भी सरकार ने इस दिशा में ध्यान नहीं दिया।
इस मौके पर विधायक फ़रीदकोट स. गुरदित्त सिंह सेखों ने कैबिनेट मंत्री श्री बरिंदर कुमार गोयल का इस प्रोजेक्ट के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने बताया कि इन पुलों पर जनवरी 2024 में पुनर्निर्माण के लिए काम शुरू किया गया था, जो एक साल के समय में पूरा होना था पर इसे 4 महीने पहले ही पूरा कर लिया गया। उन्होंने कहा कि लोगों की सुविधा को देखते हुए इन पुलों को 2 महीने पहले ही आवागमन के लिए खोल दिया गया था जबकि इसका अधिकारिक उद्घाटन आज किया गया है। उन्होंने कहा कि तलवंडी बाईपास पर बन रहे पुल भी जल्दी ही बनकर तैयार होने के बाद लोगों के लिए खोल दिए जाएंगे।
इससे पहले कैबिनेट मंत्री श्री बरिंदर कुमार गोयल को बाबा फ़रीद यूनिवर्सिटी के गेस्ट हाउस में पहुंचने पर पुलिस की टुकड़ी द्वारा सलामी दी गई।
इस मौके पर डिप्टी कमिश्नर श्री विनीत कुमार, एस.डी.एम फ़रीदकोट मेजर डा. वरुण कुमार, कार्यकारी इंजीनियर राजस्थान फीडर नहर और ग्राउंड वाटर मंडल स. रमनप्रीत सिंह, श्री संदीप गोयल एस.ई. फ़िरोज़पुर नहर सर्कल, चेयरमैन इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट गुरतेज सिंह खोसा के अलावा आम आदमी पार्टी के प्रतिनिधि और कार्यकर्ता उपस्थित थे।