उत्तर भारत सहित पंजाब भर मे भीषण गर्मी ने किया जीना मुहाल
सूर्य देवता ने दिखाये तीखे तेवर
स्वास्थ्य विभाग ने गर्मी को लेकर जारी की एडवाइजरी
चंडीगढ़, 7 अप्रैल (विश्व वार्ता) पंजाब में मौसम के तापमान में बढ़ोतरी जारी है। हर दिन तापमान में वृद्धि होती जा रही है। बता दें कि, आज पंजाब में मौसम के तापमान 37.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया है। पिछले 24 घंटों में राज्य के औसत अधिकतम तापमान में 0.2 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि देखी गई है, जो कि सामान्य औसत से अधिक है। इसके अलावा, सोमवार से 10 अप्रैल तक राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में लू चलने की चेतावनी जारी की गई है। इस बीच, चंडीगढ़ में भी आज कुछ स्थानों पर लू की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
10 अप्रैल से बारिश की संभावना:
मौसम विभाग के विशेषज्ञों का कहना है कि 9 अप्रैल तक मौसम शुष्क रहेगा, लेकिन इसके बाद 10 और 11 तारीख को पंजाब के कुछ क्षेत्रों में बारिश की संभावना है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि इस समय बारिश और तूफान किसानों के लिए अनुकूल नहीं हैं, क्योंकि 10 अप्रैल तक फसल की कटाई का कार्य जारी रहेगा और गेहूं की फसल मंडियों में पहुंचने लगेगी।
बढती गर्मीं को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी
स्वास्थ्य विभाग द्वारा बढती गर्मीं को देखते हुए इससे बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की गई हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डॉ. मोहनसिंह सिसोदिया ने बताया कि भीषण गर्मीं में लू लगने की संभावना अधिक रहती हैं। लू लगने का प्रमुख कारण तेज धूप और गर्मी में ज्यादा देर तक रहने के कारण शरीर में पानी और खनिज मुख्यत: नमक की कमी हो जाना होता हैं। गर्म लाल व सुखी त्वचा, शरीर का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस या 104 फेरेनहाईट, उल्टी आना, बहुत तेज सिरदर्द, मांसपेशियों में कमजोरी या ऐठन, सांस फूलना या दिल की धडकन तेज होना, घबराहट होना, चक्कर आना, बेहोशी और हल्का सिरदर्द जैसे लक्षण लू के हैं।
लू से बचाव के लिए पानी अधिक मात्रा में पीये, तरल पेय पदार्थ जैंसे छाछ, लस्सी, मठ्ठा, फलों का जूस का सेवन अधिक करे। बच्चें, बुजूर्ग एवं बीमार व्यक्ति घर से बाहर कम निकलें। विशेषत: दोपहर में 12 से 4 बजे तक घर से बाहर ना जाएं। धूप में निकलने से पहले सर एवं कानों को अच्छी तरह से ढक ले। गर्मी के दौरान नरम मुलायम सूती हल्के ढीले ढाले सूती कपडे पहने। लू प्रभावित व्यक्ति को अधिक पानी का सेवन व पेय पदार्थ जैसे आम का पना एवं जलजीरा आदि पीलाएं तथा किसी छायादार व ठंडी जगह पर लेटाएं। लू प्रभावित व्यक्ति को ओ.आर.एस. का घोल पीलाये एवं ठंडे पानी की पट्टी रखे, डॉक्टर को दिखाये या 108 एम्बूलेंस को कॉल करे।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मोहनसिंह सिसोदिया ने सभी शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं को लू के प्रबधन एवं बचाव के निर्देश जारी किये हैं। जिसमें ओपीडी में बैठने की उचित व्यवस्था के साथ ठंडे पेयजल की व्यवस्था करना। प्रत्येक मरीज को लू से बचाव की जानकारी देना, लू के उपचार के लिए आवश्यक दवाइयों की उपलब्धता