सर्दियों में बढ़ जाते हैं हार्ट अटैक के मामले
फिजिकल एक्टिविटी कम होने से बढ़ती है समस्या-डॉक्टर
और क्या है डॉक्टर की राय
चंडीगढ़, 4जनवरी (विश्ववार्ता) सर्दियां बढ़ते ही हार्ट अटैक की समस्या होने का खतरा भी बढ़ जाता है. वैसे तो हार्ट अटैक कभी भी आ सकता है लेकिन सर्दियों में हार्ट अटैक अधिक होने की संभावना होती है. ठंड के मौसम में युवाओं और बुजुर्गों में ये समस्या ज्यादा देखने को मिलती है इसलिए ठंड के मौसम में हमें अपने खान-पान और दिनचर्या का खास ख्याल रखना चाहिए. आखिर सर्द मौसम में ही क्यों हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है और क्या होने चाहिए इससे बचने के उपाय. ऐसे ही सवालों का जवाब जानने के लिए लोकल 18 की टीम ने हार्ट स्पेशलिस्ट डॉक्टर अथर कमाल से बात की.
इस बारे में जानकारी देते हुए डीएम कार्डियोलॉजिस्ट डॉ अथर कमाल ने बताया कि सबसे पहले हमें यह जानने की जरूरत है कि आखिर हार्ट अटैक की समस्या क्यों होती है और पिछले कुछ समय से लोगों में हार्ट अटैक की समस्या दो से तीन गुना रफ्तार में क्यों बढ़ रही है? आज के वक्त में ठंड के इस मौसम में खास कर यंग लोगों में अटैक होना काफी ज्यादा कॉमन हो गया है. ठंड में हार्ट अटैक होने की जो मेन वजह है, वह है फिजिकल एक्टिविटी कम होना.
फिजिकल एक्टिविटी न करना नुकसानदायक
फिजिकल एक्टिविटीज कम करने से हमारी बॉडी में बेड कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है. दूसरी वजह हमारे बॉडी में ठंड की वजह से केटीकुलामिन्स बढ़ जाते हैं. जिस वजह से हमारा बीपी शूट करता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. हार्ट अटैक की तीसरी वजह है फैटी खाना खाना. खासकर हम लोग वेस्टर्न फूड ज्यादा पसंद करते हैं जो की हार्ट अटैक का कारण बनता है. इसके अलावा एक साथ ठंड में लंबा एक्स्पोजर होने से भी नसें ब्लॉक हो जाती है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. इन्हीं सब चीजों की वजह से बॉडी में इन्फ्लेशन बढ़ता है और हार्ट अटैक के चांसेस बढ़ जाते हैं.