नानक साईं फाउंडेशन ने घुमान सद्भावना यात्रा द्वारा दिया आपसी भाईचारे का संदेश
यात्रा मे महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के लोगों ने लिया भाग
चंडीगढ 27 नवंबर (विश्ववार्ता) नानक साईं फाउंडेशन द्वारा (हुजुर साहिब) पंजाब और महाराष्ट्र में संत नामदेव घुमान सद्भावना यात्रा के माध्यम से भाईचारे के प्यार का 11 दिन जश्न मनाया है। यह यात्रा हर साल संत शिरोमणी भगत बाबा नामदेव जी महाराज की जयंती के अवसर पर आयोजित की जाती है। यात्रा में महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश सहित लगभग 140 लोगों ने भाग लिया।
महाराष्ट्र के नांदेड हुजुर साहिब से शुरू हुई यात्रा दिल्ली-अमृतसर-आनंदपुर साहिब, माता नैना देवी, वाघा बॉर्डर, कुरुक्षेत्र, पटियाला, नामदेव नागरी घुमान, लुधियाना, फतेहगढ़ साहिब, गोविंदवाल साहिब, कार्तिकी स्वामी, लवकुश जन्मस्थान रामतीर्थ, भाखड़ा नांगल डैम, दिल्ली आदि होते हुए नांदेड़ लौटे।
पंजाब सरकार की ओर से मुख्यमंत्री भगवंत मान की माताजी सत्कार योग हरपाल कौर जी मान और रेल राज्य मंत्री सरदार रवणीतसिंघ जी बिट्टू की अगवानी उनके ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी सरदार गुरदीप सिंह लुधियाना ने की। पंजाब और महाराष्ट्र में भाईचारा बिठाने में सफल रही नानक साईं फाउंडेशन की 10वीं संत नामदेव घुमन सद्भावना यात्रा ने पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश का दौरा किया। यह यात्रा का 10वां वर्ष है और यात्रा के माध्यम से पंजाब-हरियाणा-हिमाचल प्रदेश के धार्मिक ऐतिहासिक स्थलों के नजारे के साथ मराठी लोगों ने पर्यटन के अनोखे मेल को खूब पसंद किया।
यात्रा का आयोजन लंगर साहिब गुरुद्वारे के प्रमुख संत बाबा नरेंद्रसिंघ जी कारसेवावाले ,संत बाबा बलविंदरसिंघ जी कारसेवावाले,संत बाबा गुरुदेव सिंघ जी, निलधरी संप्रदाय के प्रमुख संत बाबा सतनामसिंघ जी पिपली साहिबवाले,संत बाबा काश्मीरसिंघ जी भुरीवाले कारसेवावाले,संत बाबा जोगासिंघ जी कर्नालवाले इन महापुरुषों के आशीर्वाद से किया जाता है। यात्रा का आयोजन नानक साईं फाउंडेशन के प्रमुख पंढरीनाथ बोकारे के नेतृत्व में किया गया था।
यह पारिवारिक यात्रा हर साल संत नामदेव महाराज की जयंती के अवसर पर पंजाब-हरियाणा-हिमाचल प्रदेश की पवित्र भूमि की यात्रा के लिए आयोजित की जाती है। नानक साईं फाउंडेशन फाउंडेशन के प्रमुख पंढरीनाथ बोकारे ने कहा कि घुमन यात्रा का उद्देश्य ऐतिहासिक धार्मिक स्थलों के साथ ग्रामीण पंजाब को करीब से देखना और पंजाब राज्य की संस्कृति और भाई चारा को मजबूत करना है। फाउंडेशन के सचिव प्रफुल्ला बोकारे और संयुक्त सचिव श्रेयस बोकारे पाटिल ने कहा, ‘हम 11,000 मराठी लोगों को पंजाब और हरियाणा हिमाचल प्रदेश की ऐतिहासिक देवभूमि दिखाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यात्रा अभी नांदेड़ लौटी है और नांदेडकर ने हुजूर साहिब रेलवे स्टेशन पर फूलों के साथ यात्रा का स्वागत किया।