हरियाणा राज्यपाल से मिले इनेलो के राष्ट्रीय प्रधान अभय चौटाला
राज्यपाल ने कहा किसानों को दिल्ली जाने से रोकना गलत
चंडीगढ़, 19 दिसंबर (विश्ववार्ता) इनेलो के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला की अगुवाई में इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष रामपाल माजरा, वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आरएस चौधरी, पूर्व डीजीपी एमएस मलिक, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रकाश भारती, विधायक अदित्य देवीलाल, विधायक अर्जुन चौटाला, महिला प्रधान महासचिव सुनैना चौटाला, महिला प्रदेशाध्यक्ष सुमित्रा देवी एवं पार्टी सचिव नछत्तर सिंह मल्हान समेत दस सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने किसानों की एमएसपी को कानूनी रूप देने की मांग को पूरा करने और हरियाणा-पंजाब की सीमाओं को खुलवाने के लिए महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन देने के बाद अभय सिंह चौटाला ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि सरकार किसान आंदोलन की आड़ में लोगों को परेशान कर रही है। किसान आंदोलन के चलते बीजेपी सरकार ने 2 मुख्य सडक़ मार्ग बंद कर रखे हैं। इससे लोगों को आने-जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ज्ञापन में राज्यपाल से अनुरोध किया गया है कि वह इस मामले में दखल देकर राज्य सरकार को रास्ते खुलवाने के निर्देश जारी करें।
अभय सिंह चौटाला ने दावा किया कि राज्यपाल ने रास्ते बंद के मामले पर गहरी चिंता जाहिर की है। राज्यपाल ने खुद कहा कि किसानों को दिल्ली जाने से रोकना गलत है। अभय सिंह चौटाला ने कहा कि आज सरकार किसानों के साथ बहुत गलत कर रही है। तीन कृषि कानून को वापस लेते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एमएसपी कानून बनाने के लिए कमेटी बनाने की बात की थी। लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ है। अगर सरकार अन्नदाता के साथ ऐसा व्यवहार करेगी तो देश विकसित कैसे होगा। हमने राज्यपाल से सडक़ मार्ग बंद करने के मसले को प्रधानमंत्री से उठाने का भी अनुरोध किया है।
खनोरी बॉर्डर पर भूख हड़ताल पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत काफी खराब है। हरियाणा के विपक्ष और सरकार को मिलकर उनसे आग्रह करना चाहिए कि वह अपना अनशन छोड़ दें। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की जान बहुत कीमती है। लेकिन सरकार को इसकी कोई चिंता नहीं है। साथ ही कांग्रेस को भी किसानों की कोई चिंता नहीं है। कांग्रेस किसान हित के नाम पर सिर्फ दिखावा करती है। आज देश के अन्नदाताओं के लिए खाद, बीज, दवाइयां और पानी का एक बड़ा मसला है। लेकिन कांग्रेस हरियाणा में इस पर बात करने की बजाय बड़े पूंजीपतियों अडानी, अंबानी जैसे मसलों पर प्रदर्शन कर रही है। कांग्रेस ने किसानों के मसले को कभी भी संसद में नहीं उठाया लेकिन अडानी, अंबानी के मसले पर कांग्रेस ने संसद को कई बार ठप्प किया।