चंडीगढ़ में होगी किसानों और केंद्र के बीच बडी बैठक
जगजीत सिंह डल्लेवाल ने मेडिकल हेल्प की दी सहमति, मेडिकल ट्रीटमेंट हुआ शुरू
डल्लेवाल से मिले केंद्रीय अधिकारी, बोले- हमें भी चिंता
खनौरी बॉर्डर पर बैठे किसान नेता जगजीत डल्लेवाल की भूख हडताल 55वें दिन मे प्रवेश
लगातार बिगडती जा रही है डल्लेवाल की हालत
चंडीगढ़, 19 जनवरी (विश्ववार्ता) पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर किसान अपनी मांगों को लेकर बैठे हुए हैं। किसानों से बातचीत को लेकर सरकार ने हरी झंडी दिखा दी है। केंद्र सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी. प्रदर्शनकारी किसान फसलों के लिए एमएसपी पर कानूनी गारंटी की मांग कर रहे हैं। प्रस्तावित बैठक की घोषणा के बाद, किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल चिकित्सा सहायता लेने पर सहमत हो गए और उनका मेडिकल ट्रीटमेंट शुरू हो गया है लेकिन क्या बिना कुछ खाये पिये डल्लेवाल की सेहत मे सुधार हो सकता है?
किसानों की मांगों पर चर्चा करने के लिए केंद्रीय कृषि मंत्रालय का एक प्रतिनिधिमंडल पंजाब पुलिस के साथ खनौरी बॉर्डर पहुंचा है। इस दौरान भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) सिद्धूपुर के नेता काका सिंह कोटड़ा और अभिमन्यु कोहाड़ की उपस्थिति में टीम ने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से मुलाकात की। इस बैठक में किसानों की मांगों पर विचार-विमर्श हो रहा है, जिसमें आंदोलनरत किसानों की मुख्य मांगें शामिल हैं।
इस बैठक के बाद किसानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी कि केंद्र सरकार ने किसानों को प्रस्ताव दिया है। इस प्रस्ताव के बारे में जानकारी जल्द ही उपलब्ध करा दी जाएगी। हालांकि इसके बाद किसानों में एक उम्मीद जगी है कि शायद केंद्र सरकार आखिरकार किसानों की मांगों को मान ले और शायद डल्लेवाल का आमरण अनशन जल्द ही खत्म हो जाए। डल्लेवाल लगातार पिछले 54 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की तबीयत बिगड़ती जा रही है। उनका वजन लगभग 20 किलो कम हो गया है और उनके लिए अब पानी पचाना भी मुश्किल हो रहा है।
खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन आज 55वें दिन भी जारी रहा। शुक्रवार को हरियाणा से 10 किसान 111 किसानों के साथ आमरण अनशन पर बैठ गए हैं जिनके नाम दशरथ मलिक (हिसार), वीरेंद्र खोखर (सोनीपत), हँसबीर खरब (सोनीपत), रणबीर भुकर (पानीपत), रामपाल उझाना (जींद), बेदी दहिया (सोनीपत), सुरेश जुल्हेड़ा (जींद), जगबीर बेरवाल (हिसार), बलजीत सिंहमार (जींद), रोहताश राठी (पानीपत) हैं। वहीं किसान नेताओं ने बताया कि आज देश के किसान जगजीत सिंह डल्लेवाल के दिखाए रास्ते पर चलते हुए अपनी कुर्बानी देने को तैयार हैं। देश के किसान इस बात को समझ रहे हैं कि जगजीत सिंह डल्लेवाल उनकी जमीनों, खेती और अगली पीढ़ी को बचाने के लिए 53 दिनों से आमरण अनशन कर रहे हैं और हम सब उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं।