किसान नेता जगजीत डल्लेवाल की भूख हडताल 41वें दिन मे हुई प्रवेश
खनौरी बॉर्डर पर हुई किसान महापंचायत मे किसान नेता डल्लेवाल ने किया संबोधित
डल्लेवाल को सुनने के लिए लोगों का उमडा था सैलाब
अब तक सात लाख किसान कर चुके आत्महत्या, उनके बच्चों का क्या-
डल्लेवाल
चंडीगढ़, 5 जनवरी (विश्ववार्ता) पंजाब किसान जगजीत सिंह डल्लेवाल की अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल आज 41 वें दिन मे प्रवेश कर गई है। किसान संगठन अपनी मांगों को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। पंजाब के किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल आमरण अनशन पर हैं पंजाब के किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन 41वें दिन में प्रवेश कर गया। उनकी हालत दिनोंदिन खराब होती जा रही है। डॉक्टर परेशान हैं लेकिन सरकार अब तक उनकी मांगों का संज्ञान लेती नहीं दिख रही है।
किसान नेता डल्लेवाल ने कहा कि पुलिस ने मुझे उठाने की कई बार कोशिश की. जब लोगों को पता चला तो पंजाब और हरियाणा से सैकड़ों युवा हमारे साथ आ गए और मोर्चा संभाल लिया. आज जो लोग आगे तक पहुंचे हैं, यह ईश्वर की कृपा ही है। सरकार चाहे कितना भी जोर लगा ले, हम मोर्चा जीतकर रहेंगे।
खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि अब तक सात लाख किसान आत्महत्या कर चुके हैं। हम किसानों के नेता हैं, लेकिन किसी ने इन किसानों की मौत या आगे और आत्महत्याएं रोकने के लिए कुछ नहीं किया। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि डल्लेवाल की जान बहुत महत्वपूर्ण है। उस दिन मैंने भी कहा था कि डल्लेवाल की जान तो महत्वपूर्ण है, लेकिन उन सात लाख किसानों के बच्चों का क्या होगा जो अब हमारे बीच नहीं हैं?
कौन हैं जगजीत सिंह डल्लेवाल?
जगजीत सिंह डल्लेवाल पंजाब में फरीदकोट के डल्लेवाल गांव के रहने वाले हैं. किसान परिवार से आने वाले डल्लेवाल ने पंजाब विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में पोस्टग्रैजुएशन की है। साल 2022 में उन्होंने संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) से अलग होकर ये संगठन बनाया है. इसकी वजह ये थी कि उस वक्त एसकेएम के ही एक नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने संयुक्त समाज मोर्चा का गठन कर पंजाब में साल 2022 का विधानसभा चुनाव लडऩे का एलान कर दिया था. इसके बाद डल्लेवाल ने अपने संगठन को अलग कर लिया और जुलाई 2022 में संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) का गठन किया. यह संगठन 150 किसान संगठनों को मिलाकर बना है, जो कि राजनीति में शामिल नहीं हैं।