किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन पर 31वें दिन मे प्रवेश
आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता डल्लेवाल की जान को खतरा- डॉक्टर
जानिये कौन हैं जगजीत सिंह डल्लेवाल ?
चंडीगढ़, 25 दिसंबर (विश्ववार्ता) किसान संगठन अपनी मांगों को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. पंजाब के किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल आमरण अनशन पर हैं पंजाब के किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन 31वें दिन में प्रवेश कर गया। उनकी हालत दिनोंदिन खराब होती जा रही है। डॉक्टर परेशान हैं लेकिन सरकार अब तक उनकी मांगों का संज्ञान लेती नहीं दिख रही है।
पंजाब और हरियाणा की सीमा पर स्थित खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की स्थिति दिनोंदिन बिगड़ती जा रही है लेकिन अब तक सरकार की तरफ से किसानों से बातचीत की कोई कोशिश नहीं की जा रही है। 24 दिसंबर को सत्तर वर्षीय जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन 31वें दिन में पहुंच गया और डॉक्टरों का कहना है कि इस वजह से उनके शरीर में जो अंदरूनी नुकसान हो रहा है, उसकी भरपाई मुश्किल होगी.
डल्लेवाल के स्वास्थ्य की नियमित जांच कर रहे डॉक्टरों की टीम के प्रमुख डॉक्टर सवैमान ने मीडिया से बातचीत में कहा, “हमारे रूटीन चेक अप के मुताबिक उनकी तबीयत बेहद नाजुक है. उन्हें कभी भी हार्ट अटैक आ सकता है और जान जा सकती है. हम लोग लगातार उनसे निवेदन कर रहे हैं कि आप अनशन को जल्द ही तोड़ दीजिए, लेकिन वो हमारी बात मानने को तैयार नहीं हैं। ”
इस बीच, डल्लेवाल का हाल-चाल लेने के लिए सोमवार को हरियाणा के सिरसा लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी की सांसद कुमारी सैलजा और उत्तर प्रदेश से भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के तमाम पदाधिकारी अपना समर्थन देने के लिए डल्लेवाल से मिलने खनौरी बॉर्डर पहुंचे. इसके अलावा सिरसा से किसानों का एक पैदल जत्था भी खनौरी बॉर्डर के लिए रवाना हुआ है।
वहीं, संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि 30 दिसंबर को पंजाब बंद का आयोजन किया गया है और 24 दिसंबर को शाम साढ़े पांच बजे देश भर में जगजीत सिंह डल्लेवाल के आमरण अनशन के समर्थन में कैंडल मार्च निकाला जाएगा।
कौन हैं जगजीत सिंह डल्लेवाल?
जगजीत सिंह डल्लेवाल पंजाब में फरीदकोट के डल्लेवाल गांव के रहने वाले हैं. किसान परिवार से आने वाले डल्लेवाल ने पंजाब विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में पोस्टग्रैजुएशन की है।
साल 2022 में उन्होंने संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) से अलग होकर ये संगठन बनाया है. इसकी वजह ये थी कि उस वक्त एसकेएम के ही एक नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने संयुक्त समाज मोर्चा का गठन कर पंजाब में साल 2022 का विधानसभा चुनाव लडऩे का एलान कर दिया था. इसके बाद डल्लेवाल ने अपने संगठन को अलग कर लिया और जुलाई 2022 में संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) का गठन किया. यह संगठन 150 किसान संगठनों को मिलाकर बना है, जो कि राजनीति में शामिल नहीं हैं।