जापान देश मे एक बार फिर हिली धरती
तेज झटकों से कांपा जापान, सुनामी की चेतावनी जारी
चंडीगढ़, 25 सिंतबर (विश्ववार्ता) जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी ने शक्तिशाली भूकंप के बाद दक्षिण में दूरदराज के द्वीपों के समूह के लिए सुनामी की चेतावनी जारी की है. जानकारी के मुताबिक सुदूरवर्ती तट पर आए भूकंप से अब तक किसी प्रकार के नुकसान या चोट की खबर नहीं है।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक इजू द्वीप पर तडक़े 5 बजे के करीब भूकंप के झटके महसूस किए गए. इसके बाद ओगासावारा द्वीप पर यह आशंका जताई गई कि 3.3 इंच की सुनामी आ सकती है. बता दें, यहां हर साल करीब 1 हजार से ज्यादा भूकंप आते हैं. पिछले महीने भी भूकंप आए थे, जिनकी रिक्टर स्केल पर तीव्रता 7.1 मापी गई थी. क्यूशु के मियाजाकी में समुद्र में 20 सेंटीमीटर ऊंची लहरें उठती देखी गईं थी।जेएमए ने कहा कि हचिजो द्वीप के याएने जिले में लगभग 50 सेंटीमीटर की सुनामी का भी पता चला है. जापान प्रशांत महासागर को घेरने वाली भूकंपीय दोषों की एक रेखा, प्रशांत अग्नि वलय पर स्थित है।
मौसम एजेंसी के अनुसार, सुबह 8:14 बजे (स्थानीय समय) आए भूकंप का केंद्र इजू द्वीप श्रृंखला में टोरीशिमा के पास था, जो प्रशांत महासागर में लगभग 10 किलोमीटर जमीन के नीच स्थित है। सुबह 8:58 बजे (स्थानीय समय) 50 सेमी की सुनामी हचिजो द्वीप पर दर्ज की गई। यह भूकंप के केंद्र से लगभग 180 किलोमीटर उत्तर में है। मियाके द्वीप पर 10 सेमी की छोटी सुनामी का पता चला।
टोक्यो पुलिस के अनुसार, अब तक किसी के घायल होने की सूचना नहीं मिली है। जेएमए ने शुरू में 1 मीटर तक की सुनामी लहरों की भविष्यवाणी की थी और लोगों को तटीय क्षेत्रों से दूर रहने की सलाह दी थी। एजेंसी ने चेतावनी दी कि प्रशांत तट पर अभी भी ज्वार-भाटे में मामूली बदलाव देखे जा सकते हैं, लेकिन सुनामी से संबंधित नुकसान के बारे में कोई चिंता नहीं है।
मंगलवार की सुबह जापानी द्वीपों पर आए 5.9 तीव्रता के भूकंप के बाद सुनामी संबंधी परामर्श जारी किया गया था। हालांकि परामर्श हटा लिया गया है, लेकिन एजेंसी संभावित समुद्री स्तर में बदलाव के कारण मछली पकडऩे और तैराकी जैसी गतिविधियों के प्रति चेतावनी जारी कर रही है।