असत्य पर सत्य, बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक-पर्व दशहरा आज
चंडीगढ़, 11 अक्टूबर (विश्ववार्ता)आज दशहरा है और यह पर्व हर वर्ष शारदीय नवरात्रि के समापन के साथ दशमी तिथि को विजयादशमी के रूप में मनाया जाता है। यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। विजय दशमी का त्योहार अच्छाई की बुराई पर जीत की भावना को दिखाता है और इस दिन रावण दहन के साथ ये सीख मिलती है कि अपने मन की बुराइयों को भी जलाकर खाक कर देना चाहिए. इस दिन भव्य मेला आयोजन तो किए ही जाते हैं, साथ ही घरों में पूजन भी किया जाता है. नवमी के दूसरे दिन यानी अश्विन मास की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को दशहरा का त्योहार मनाया जाता है. दशहरा के दिन आप कुछ कोट्स के जरिए अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और परिवार को दशहरा विश कर सकते हैं।
इस दिन 10 दिन से चलने वाले युद्ध में मां दुर्गा ने महिषासुर का वध कर दिया था और भगवान राम ने रावण का अंत करके लंका पर विजय प्राप्त की थी। इस वजह से इस दिन शस्त्र पूजा, दुर्गा पूजा, राम पूजा और शमी पूजा का महत्व है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन जो कार्य शुरू किया जाता है उसमें जीत अवश्य मिलती है।