हम प्रदेश से नशे के पूरी तरह खात्मे तक चैन से नहीं बैठेंगे: अमन अरोड़ा
नशा तस्करी छोड़ो या फिर नतीजे भुगतने के लिए तैयार रहो – अमन अरोड़ा की तस्करों को चेतावनी
अमन अरोड़ा द्वारा पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने के लिए साझा फ्रंट का आह्वान
पंजाब सरकार ने राज्य को पूरी तरह नशा मुक्त करने के लिए 360 डिग्री एक्शन प्लान तैयार किया
चंडीगढ़, 1 मार्च (विश्ववार्ता) पंजाब के कैबिनेट मंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के प्रदेश प्रधान अमन अरोड़ा ने आज सभी राजनीतिक दलों, सामाजिक, धार्मिक और गैर-सरकारी संगठनों से अपील की कि वे नशे के खिलाफ लड़ाई में पंजाब सरकार का साथ दें और एक साझा फ्रंट बनाकर प्रदेश को पूरी तरह नशा मुक्त करने में योगदान दें।
वह आज यहां नशे के खात्मे के लिए गठित 5 सदस्यीय कैबिनेट सब-कमेटी की उच्च स्तरीय बैठक के बाद मीडिया को संबोधित कर रहे थे।
अमन अरोड़ा ने कहा, “यह पंजाब के 3 करोड़ नागरिकों की सामूहिक जिम्मेदारी है। हमें सभी को एकजुट होकर पूरी ताकत के साथ नशे के खिलाफ लड़ना चाहिए।” उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता के सहयोग के बिना अकेली राज्य सरकार और पुलिस, पिछली सरकारों द्वारा पैदा की गई इस दलदल से पंजाब को नहीं निकाल सकती।
अमन अरोड़ा ने आशा व्यक्त की कि यदि हम एकजुट होकर कार्य करें, तो पंजाब को इस समस्या से बाहर निकाल सकते हैं और ‘आप’ सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की सोच के अनुरूप पंजाब को एक स्वस्थ और खुशहाल राज्य बना सकते हैं।
उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार ने राज्य से नशे के संपूर्ण उन्मूलन के लिए व्यापक 360-डिग्री कार्य योजना तैयार की है। इस योजना में नशाग्रस्त व्यक्तियों को समाज की मुख्यधारा में पुनः शामिल करने के लिए रोकथाम, उपचार और पुनर्वास उपाय भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि जहां पुलिस अधिकारी नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहे हैं, वहीं उन्हें नशाग्रस्त व्यक्तियों को मरीज के रूप में देख कर उनके प्रति सहानुभूति रखने के निर्देश भी दिए गए हैं।
नशे के व्यक्ति, परिवारों और संपूर्ण समाज पर पड़ने वाले गंभीर प्रभावों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा, “यह एक ऐसी लड़ाई है जिसे हम मिलकर ही जीत सकते हैं। इस गंभीर समस्या को प्रभावी ढंग से हल करने के लिए हमें सामूहिक शक्ति और संकल्प की आवश्यकता है।”
अमन अरोड़ा ने स्पष्ट किया कि जब तक पंजाब से नशे को पूरी तरह खत्म नहीं कर दिया जाता, तब तक हम चैन से नहीं बैठेंगे। उन्होंने कहा कि “यह गुरुओं, पीरों, फकीरों, संतों और योद्धाओं की धरती पंजाब के अस्तित्व का सवाल है।” पिछली सरकारों ने अपने निजी स्वार्थों के चलते जानबूझकर पंजाब को इस दलदल में धकेला। उन्होंने नशा तस्करों को चेतावनी देते हुए कहा कि “या तो नशा तस्करी छोड़ दो, या फिर पंजाब छोड़ दो, अन्यथा इसके परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहो।”
नशा तस्करों पर शिकंजा कसने के प्रति पंजाब सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए, अरोड़ा ने नशा पीड़ितों के माता-पिता और परिवार के सदस्यों से अपील की कि वे उन्हें सरकारी नशा मुक्ति केंद्रों या ओ.ओ.ए.टी. क्लीनिकों में ले जाएं। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने नशा पीड़ितों की उचित देखभाल के लिए सभी जरूरी प्रबंध किए हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि यदि किसी को कोई परेशानी आती है, तो वे तुरंत समाधान के लिए स्थानीय अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि “राज्य सरकार इस समस्या से निजात दिलाने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करने को तैयार है।”