उपवास करने से शरीर पर क्या असर पड़ता है? जानें व्रत रखने के फायदे
बीमारी के दौरान व्रत करें या ना करें, पढिये पूरी खबर
चंडीगढ़, 3 अक्तूबर (विश्ववार्ता) भारत में उपवास यानी व्रत की परंपरा सदियों से चली आ रही है। हिंदू धर्म के अलावा भी कई धर्मों में अलग-अलग तरीकों से उपवास रखा जाता है। नवरात्रि का त्योहार 15 अक्टूबर से शुरू हो रहा है, जिसमें कुछ लोग 8 दिन तक तो वहीं कुछ 9 दिनों तक व्रत रखते हैं। व्रत के दौरान लोग फलाहार का सेवन करते हैं, व्रत के दौरान कई लोग नमक भी नहीं खाते हैं। सभी धर्मों में व्रत को श्रद्धा और भक्त िसे जोडक़र देखा जाता है लेकिन आजकल की जनरेशन में लोग अपना वजन कम करने और फिट रहने के लिए भी व्रत रखते हैं। इस लेख में हम रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल, सिरसा के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा से जानेंगे उपवास (व्रत) करने से शरीर पर क्या असर पड़ता है?
व्रत रहने का शरीर पर क्या असर पड़ता है
व्रत रखने से शरीर में मेटाबॉलिज्म स्लो होता है, जिससे शरीर को सफाई करने का समय मिलता है और शरीर से विषैले पदार्थ दूर होते हैं।
व्रत करने से शरीर फिजिकली और मेंटली दोनों तरीकों से रिलैक्स होता है।
उपवास से वजन कम करने की जर्नी आसान हो सकती है, व्रत के दौरान आपकी फैट बर्निंग प्रोसेस तेज हो जाती है।
एक्सपर्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 8 से 12 हफ्तों तक 1 दिन छोडक़र व्रत करने से एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का लेवल 20 से 25 प्रतिशत तक कम होता है।
वहीं 3 से 12 हफ्तों तक एक दिन छोडक़र व्रत करने से शरीर से टोटल कोलेस्ट्रॉल का 10 से 21 प्रतिशत कम होता है। ये आंकड़ा सही वजन वाले व्यक्ति, ज्यादा वजन के व्यक्ति और मोटापे से ग्रसित लोगों का है।
व्रत के दौरान लोग ज्यादातर फलों का सेवन करते हैं, इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में विकास होता है।
व्रत रखने से पेट से जुड़ी समस्याओं में आराम मिलता है। अगर आप लंबे समय से पाचन की समस्या से जूझ रहे थे तो व्रत करने से आपकी ये समस्या कम हो सकती है।
व्रत रखने से पाचन तंत्र बेहतर तरीके से काम करने लगता है और जिससे आपको कब्ज, अपच और पेट दर्द की समस्या कम होती है।
व्रत रखने से मन शांत रहता हैं, इस दौरान आप महसूस करेंगे कि आपको गुस्सा भी कम आता है और आप रिलैक्स मूड में रहते हैं।
एंग्जाइटी और डिप्रेशन के शिकार लोगों के लिए व्रत रखना फायदेमंद साबित हो सकता है। व्रत रखने से पेट हल्का रहता है और नींद भी अच्छी आती है।
व्रत रखने का शरीर पर पॉजिटिव असर पड़ता है, इसके बाद आपका काम करने में मन लगने लगेगा और आप में एकाग्रता आएगी।
व्रत रखने से पहले ध्यान रखें कि आप किसी बीमारी से पीडि़त न हों, अगर आपका इलाज चल रहा है तो अपने डॉक्टर से परामर्श करने के बाद ही व्रत रखें।
क्या है नुकसान?
व्रत रखने के फायदे के साथ-साथ इसके कुछ नुकसान भी हैं, जिसको नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. सबसे पहला नुकसान यह है कि आपके शरीर में कमजोरी आ सकती है. रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो सकती है, क्योंकि व्रत के दौरान शरीर को आवश्यक पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं. व्रत के दौरान, लोग अक्सर मीठा खाते हैं, इससे शुगर का खतरा बढ़ जाता है. विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो पहले से शुगर से पीडि़त हैं। मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी यह हानिकारक हो सकती है. इसलिए, जरूरी है कि व्रत के दौरान अपनी स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए ही इसे रखने का सोचें. बीमारी के दौरान, अगर आप व्रत करते हैं तो यह खतरनाक साबित हो सकता है. शरीर में कमजोरी और रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी आ सकती है. जो आपको अस्पताल के चक्कर लगवाने को मजबूर कर सकती है. अगर आप स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं से परेशान रहते हैं तो व्रत करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. इसके साथ ही व्रत के दौरान, भूखे रहने की कोशिश ना करें. समय-समय पर ड्राई फ्रूट्स, फल लेते रहें. लेकिन, अगर आप मधुमेह से पीडि़त हैं तो ड्राइ फ्रूट्स लेने से बचें।