No Detention Policy खत्म: पढ़ाई नहीं की तो 5वीं और 8वीं में होंगे फेल
केंद्र सरकार ने शिक्षा व्यवस्था में एक बड़े बदलाव का किया ऐलान
चंडीगढ़, 24 दिसंबर (विश्ववार्ता): केंद्र सरकार ने सोमवार को ‘नो डिटेंशन पॉलिसी’ को खत्म कर दिया है. इस फैसले के तहत अब कक्षा 5 और 8 की वार्षिक परीक्षा में असफल छात्रों को फेल किया जाएगा. स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव संजय कुमार ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के फैसले की जानकारी दी है।
अभी तक आठवीं कक्षा तक बच्चों को फेल नहीं करने का प्रावधान था. साल 2010-11 से 8वीं कक्षा तक परीक्षा में फेल होने के प्रावधान पर रोक लगा दी गई थी. मतलब यह कि बच्चों के फेल होने के बावजूद अगली क्लास में प्रमोट कर दिया जाता था. लेकिन इससे देखा गया कि शिक्षा के लेवल पर धीरे धीरे गिरावट आने लगी.जिसका असर 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं पर पड़ने लगा. काफी लंबे समय से इस मामले पर विचार विमर्श के बाद नियमों में बदलाव कर दिया गया।
केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने इसके संबंध में नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है. अधिसूचना में कहा गया है कि अगर स्टूडेंट परीक्षा में फेल होता है तो उसे 2 महीने के अंदर दोबारा परीक्षा में बैठने का मौका मिलेगा लेकिन उसमें भी असफल होने पर अगली क्लास में प्रमोट नहीं किया जाएगा. लेकिन इस दौरान फिर फेल होने वाले छात्र को सुधार का मौका दिया जाएगा. टीचर उस फेल होने वाले स्टूडेंट पर खास ध्यान देंगे साथ ही समय-समय पर पेरेंट्स को भी गाइड करेंगे।
लगभग 16 राज्य और दो केंद्र शासित प्रदेश पहले ही नो डिटेंशन पॉलिसी खत्म कर चुके हैं. हालांकि यह नियम केंद्रीय विद्यालयों, नवोदय विद्यालयों और सैनिक स्कूलों समेत केंद्र सरकार की ओर से संचालित स्कूलों पर लागू होगा लेकिन राज्य भी इस संबंध में अपना फैसला ले सकते हैं. क्योंकि स्कूल शिक्षा राज्य सूची के अंतर्गत आता है. इसलिए उन्हें इस संबंध में निर्णय लेने की छूट होती है।