खनौरी बॉर्डर पर बैठे किसान नेता जगजीत डल्लेवाल की भूख हडताल 47वें दिन मे प्रवेश
लगातार बिगडती जा रही है डल्लेवाल की हालत
वीडियो संदेश मे भाजपा नेताओ को लगाई थी फटकार
चंडीगढ़, 11 जनवरी (विश्ववार्ता) हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत लगातार बिगडती जा रही है। उनके अनशन का आज 47वां दिन है। वही किसान ने कहा है कि अगर डल्लेवाल के साथ कुछ होता है तो देश मे हालात नही संभलेगे।
डल्लेवाल की सेहत लगातार नाजुक बनी हुई है। देर रात उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। उनका ब्लड प्रेशर (बीपी) 88/52 पहुंच गया। एक घंटे तक स्थिति गंभीर बनी रही। उनकी हालत दिनोंदिन खराब होती जा रही है। डॉक्टर परेशान हैं लेकिन सरकार अब तक उनकी मांगों का संज्ञान लेती नहीं दिख रही है।
किसान नेता डल्लेवाल ने कहा कि पुलिस ने मुझे उठाने की कई बार कोशिश की. जब लोगों को पता चला तो पंजाब और हरियाणा से सैकड़ों युवा हमारे साथ आ गए और मोर्चा संभाल लिया. आज जो लोग आगे तक पहुंचे हैं, यह ईश्वर की कृपा ही है। सरकार चाहे कितना भी जोर लगा ले, हम मोर्चा जीतकर रहेंगे।
खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि अब तक सात लाख किसान आत्महत्या कर चुके हैं। हम किसानों के नेता हैं, लेकिन किसी ने इन किसानों की मौत या आगे और आत्महत्याएं रोकने के लिए कुछ नहीं किया। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि डल्लेवाल की जान बहुत महत्वपूर्ण है। उस दिन मैंने भी कहा था कि डल्लेवाल की जान तो महत्वपूर्ण है, लेकिन उन सात लाख किसानों के बच्चों का क्या होगा जो अब हमारे बीच नहीं हैं?
कौन हैं जगजीत सिंह डल्लेवाल?
जगजीत सिंह डल्लेवाल पंजाब में फरीदकोट के डल्लेवाल गांव के रहने वाले हैं. किसान परिवार से आने वाले डल्लेवाल ने पंजाब विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में पोस्टग्रैजुएशन की है।
साल 2022 में उन्होंने संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) से अलग होकर ये संगठन बनाया है. इसकी वजह ये थी कि उस वक्त एसकेएम के ही एक नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने संयुक्त समाज मोर्चा का गठन कर पंजाब में साल 2022 का विधानसभा चुनाव लडऩे का एलान कर दिया था. इसके बाद डल्लेवाल ने अपने संगठन को अलग कर लिया और जुलाई 2022 में संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) का गठन किया. यह संगठन 150 किसान संगठनों को मिलाकर बना है, जो कि राजनीति में शामिल नहीं हैं।
किसान नेता डल्लेवाल ने कल एक वीडियो संदेश जारी किया। जिसमें उन्होंने पंजाब भाजपा नेताओं को फटकार लगाई और यह भी कहा कि अगर प्रधानमंत्री मोदी हमारी मांगें मान लेते हैं तो मैं अपना आमरण अनशन खत्म कर दूंगा।
उन्होंने कहा, “जानकारी मिली है कि पंजाब भाजपा इकाई के लोगों ने श्री अकाल तख्त साहिब से दल्लेवाल का आमरण अनशन तुड़वाने की अपील की है। मैं कहना चाहूंगा कि अगर जाना है तो मोदी जी के पास जाओ।” या तो उपराष्ट्रपति के पास जाओ, या फिर कृषि मंत्री और अमित शाह के पास जाओ। लेकिन आप श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार के पास जा रहे हैं। इसका अर्थ क्या है? हमारा मृत्यु व्रत कोई व्यवसाय नहीं है। न ही यह हमारा शौक है. धन्यवाद।
मैं पंजाब भाजपा इकाई से मोदी जी से बात करने का अनुरोध करता हूं। मैं पुनः हाथ जोड़कर निवेदन करता हूं कि आप अकाल तख्त साहिब जाने की बजाय मोदी जी से हमारी मांगें स्वीकार करने के लिए कहें। “तब हम अपना आमरण अनशन समाप्त कर देंगे