CM सैनी के शपथ समारोह से पहले Haryana CM पद की दावेदारी करने वाले Anil Vij का बडा बयान आया सामने
10 मंत्री ले सकते हैं शपथ
चंडीगढ़, 16 अक्टूबर (विश्ववार्ता) नायब सैनी ही एक बार फिर हरियाणा के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। सैनी को बीजेपी विधायक दल का नेता चुना गया है। खास बात यह है कि, हरियाणा सीएम पद पर कभी दावेदारी करने वाले अनिल विज ने ही सैनी के नाम का प्रस्ताव रखा। हालांकि, विज सीएम पद पर दावा न करने की बात कह चुके थे। वहीं विधायक दल की बैठक संपन्न होने और नायब सैनी को सीएम मनोनीत किए जाने पर अनिल विज ने बड़ा बयान दिया है।
”बीजेपी मुझे चौकीदार बना देगी तो वो काम भी करूंगा”
विज का कहना है कि, ”पार्टी मुझे चौकीदार बना देगी मैं वो काम भी पूरी निष्ठा के साथ करूंगा। अनिल विज है मेरा नाम।” मैं पार्टी का वफादार सदस्य हूं और जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी, उसे पूरा करूंगा। फिलहाल इस बयान से यह माना जा रहा है कि, सीएम बनने की अंदरूनी इच्छा रखने वाले अनिल विज का दर्द कहीं न कहीं छलका है। आखिर वह हरियाणा में बीजेपी के सबसे सीनियर नेता और 7 बार के विधायक हैं। चुनाव के दरमियान अनिल विज ने कई बार हरियाणा सीएम बनने के लिए हुंकार भरी थी लेकिन रिजल्ट के बाद विज अपनी दावेदारी से अचानक पीछे हटते दिखे।
नायब सैनी को सर्वसम्मति से नेता चुना गया
अनिल विज ने कहा कि, विधायक दल की बैठक में सभी नवनिर्वाचित विधायकों ने सर्वसम्मति से नायब सिंह सैनी के नाम पर फैसला किया है और उन्हें मुख्यमंत्री पद के लिए मनोनीत किया गया है। सैनी कल मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। कल का कार्यक्रम ऐतिहासिक होगा। क्योंकि हरियाणा में पहली बार कोई सरकार तीसरी बार रिपीट हो रही है।
मंत्री बनाए जाएंगे अनिल विज?
अनिल विज सीएम तो नहीं बन पाये। वहीं मंत्री बनाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि, पार्टी ने अबतक जो भी दायित्व दिया है, मैंने उसे संभाला है। आगे जो भी ज़िम्मेदारी मिलेगी। मैं उसे भी संभालूँगा। रिपोर्ट्स की माने तो अनिल विज का नाम मंत्री पद की रेस में है। वह पूर्व में हरियाणा के गृह और स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं। वहीं नायब सैनी के साथ 2 डिप्टी सीएम भी बनाए जा सकते हैं। डिप्टी CM के लिए भी अनिल विज का नाम चर्चा में है। वहीं अनिल विज का नाम विधानसभा स्पीकर बनाए जाने को लेकर भी चर्चा में आ रहा है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, हरियाणा कैबिनेट के लिए 10 मंत्री शपथ ग्रहण कर सकते हैं। राव इंद्रजीत के खेमे से 2 मंत्री बनाए जा सकते हैं। बिमला चौधरी व लक्ष्मण यादव को मंत्री बनाया जा सकता है। इसके अलावा अन्य विधायकों में श्याम सिंह राणा, अरविंद शर्मा, कृष्ण बेदी, कृष्णलाल पंवार, महीपालम ढाडा, रणबीर गंगवा, विपुल गोयल, सुनील सांगवान मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। यह मालूम रहे कि, हरियाणा मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री समेत अधिकतम कुल 14 मंत्री ही रह सकते हैं।
हरियाणा का चुनावी रिजल्ट चौंकाने वाला है। कांग्रेस लहर के दावे और तमाम एग्जिट पोल फेल साबित हुए हैं। बीजेपी ने कांग्रेस को 37 सीटों पर समेट दिया। जबकि बीजेपी ने बहुमत पार कर 48 सीटों पर अपना कब्जा जमाया है। हरियाणा में किसी भी पार्टी को अपनी सरकार बनाने के लिए कुल 46 सीटों की जरूरत होती है। बता दें कि, बीजेपी और कांग्रेस के अलावा इनेलो ने 2 सीटों पर जीत हासिल की है। जबकि 3 सीटों पर आजाद उम्मीदवार जीते हैं। वहीं तीनों आजाद उम्मीदवारों ने बीजेपी को अपना समर्थन दे दिया है।