Chandigarh Administration आज से कर रहा है शहर मे अनूठी पहल शुरू
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चंडीगढ़, 21 अक्टूबर ( विश्ववार्ता) चंडीगढ़ प्रशासन शहर मे सामाजिक गतिविधियों को लगातार कर शहर मे जागरूकता पैदा करता रहा है इसी लडी मे आज से चंडीगढ प्रशासन एक अनूठी पहल शुरू कर रहा है जिसमे भीख मांगने की बढ़ती प्रवृत्ति और शहर भर में भिखारियों की बढ़ती संख्या के जवाब में चंडीगढ़ प्रशासन भिखारी मुक्त चंडीगढ़ बनाने के उद्देश्य से 8 दिवसीय जागरूकता अभियान की घोषणा करते हुए गर्व महसूस कर रहा है। यह पहल आज से 28 अक्टूबर 2024 तक चलेगी। यह व्यापक अभियान न केवल भीख मांगने और बाल श्रम के प्रत्यक्ष मुद्दे को संबोधित करने पर केंद्रित है, बल्कि जरूरतमंद लोगों के सामने आने वाली चुनौतियों की गहरी समझ को बढ़ावा देने पर भी केंद्रित है।
विभिन्न विभाग समुदाय को संगठित करने के लिए डिज़ाइन की गई शैक्षिक गतिविधियों में शामिल होंगे, जिसमें एनएसएस स्वयंसेवकों द्वारा आयोजित एक जीवंत फ्लैश मॉब और नागरिकों और कमजोर व्यक्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आबकारी विभाग द्वारा समन्वित प्रयास शामिल हैं। इस पहल के तहत चंडीगढ़ पुलिस, मानव तस्करी निरोधक इकाई, जिला बाल संरक्षण इकाई और केंद्र शासित प्रदेश बाल संरक्षण सोसाइटी द्वारा बचाव अभियान चलाए जाएंगे, जिससे प्रशासन की हर व्यक्ति के अधिकारों और सम्मान की रक्षा करने की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला जाएगा। स्कूली शिक्षा विभाग भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, छात्रों को भीख मांगने से जुड़ी जटिलताओं के बारे में चर्चा में शामिल करेगा और उनमें सामाजिक जिम्मेदारी की भावना पैदा करेगा।
निवासियों को भिखारियों को भीख देने या सडक़ों पर बच्चों से सामान खरीदने से परहेज करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, क्योंकि ये कार्य बाल श्रम और मानव तस्करी के चक्र को जारी रख सकते हैं। इसके बजाय, समुदाय को सर्दियों की आवश्यक चीजें जैसे नए मोजे, दस्ताने, जूते, मफलर, स्कार्फ और स्कूल की आपूर्ति दान करके इस पहल में योगदान करने के लिए आमंत्रित किया जाता है, जिन्हें *नेकी की दीवार* के लिए निर्दिष्ट स्थानों पर दान किया जाता है: सेक्टर 26 में नारी निकेतन, सेक्टर 15 और 43 में वृद्धाश्रम और सेक्टर 39 में स्नेहालय। जैसे-जैसे दिवाली का त्यौहार नजदीक आ रहा है, चंडीगढ़ प्रशासन सभी से करुणा की भावना से एक साथ आने का आग्रह करता है, ताकि यह दिवाली देने और सामुदायिक समर्थन का समय बन सके।