कोलकत्ता रेप मामले के बाद चंडीगढ़ पीजीआई में टास्क फोर्स हुआ गठन
चंडीगढ़, 4 सिंतबर (विश्ववार्ता) कोलकाता के आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में महिला डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले में सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने टास्क फोर्स का गठन किया था। जिससे डॉक्टरों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके।
चंडीगढ़ में डॉक्टरों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए पीजीआई ने सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बाद 12 सदस्यीय टास्क फोर्स का गठन किया है। इस टास्क फोर्स के तहत सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए 5 सब-कमेटियों का भी गठन किया गया है।
पश्चिम बंगाल के कोलकाता में राज्य सरकार द्वारा संचालित आर जी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ कथित दुष्कर्म किया गया और उसके बाद उसकी हत्या कर दी गई थी। यह मामला 10 अगस्त का है। दरअसल आर जी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में तब हड़केप मच गया जब एक महिला डॉक्टर का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला। शव पर चोट के निशान थे जिससे यह साफ समझा जा सकता था कि महिला डॉक्टर की हत्या से पहले उसके साथ कथित दुष्कर्म किया गया है। शव मिलने के बाद हॉस्पिटल में तो सनसनी मची ही साथ ही राज्य में राजनीतिक पारा भी गर्मा गया। भारतीय जनता पार्टी का कहना है कि महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या की गई। आपको बता दें कि अस्पताल के सेमिनार हॉल में महिला डॉक्टर का शव मिला था। पुलिस द्वारा मिली जानकारी के अनुसार यह मामला आत्महत्या की नहीं था।
पुलिस का कहना है कि महिला डॉक्टर ने आत्महत्या नहीं की वल्कि उसकी हत्या की गई थी शव पर मिले चोट के निशानों के अनुसार उसकी पहले कथित रेप किया गया बाद में उसकी हत्या कर दी गई। पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के अनुसार पीड़िता के गुप्तांग से खून बह रहा था और शरीर के उन्य हस्सिों पर कई चोट के निशान थे। रिर्पोट में आगे बताया बया है कि पीड़िता की दोनों आंखों और मुंह से खून बह रहा था। चेहरे और नाखून पर चोट के निशान थे। पीड़िता के गुप्तांग से भी खून बह रहा था। उसके पेट, बाएं पैर, गर्दन, दाएं हाथ, अनामिका और होंठों पर भी चोट के निशान थे।’