आज चैत्र नवरात्रि का चौथा दिन
चौथे दिन देवी दुर्गा के मां कूष्मांडा स्वरूप की कि जाती है पूजा
चंडीगढ़, 2 अप्रैल (विश्व वार्ता) आज, बुधवार 2 अप्रैल को चैत्र नवरात्रि का चौथा दिन है. चैत्र नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्मांडा की पूजा की जाती है. देवी के इस स्वरूप की अष्ट भुजाएं हैं, जिसमें उन्होंने कमंडल, धनुष, बाण, कमल का फूल, अमृत कलश, चक्र, गदा और जप माला धारण किए हुए हैं. मां का रूप दिव्य और अलौकिक माना जाता है. वहीं, मां कूष्मांडा शेर पर सवार होती हैं. मान्यताओं के अनुसार, नवरात्रि के चौथे दिन कूष्मांडा माता की पूजा-अर्चना करने से भक्तों के मान-सम्मान में वृद्धि होती है और उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होती है
सभी देवता इस कठिन समस्या का समाधान खोजने के लिए देवी दुर्गा की ओर मुड़े। तब मां दुर्गा अपने कुष्मांडा रूप में ब्रह्मा, विष्णु और महेश के सामने प्रकट हुईं और ब्रह्मांड की रचना की। आपको बता दे कि ‘कुष्मांडा’ शब्द का अर्थ है ‘कुशम’ (लहर) और ‘अंडा’ (अंडा), अर्थात वह देवी जो ब्रह्मांडीय अंडे के रूप में प्रकट होती है और ब्रह्मांड का निर्माण करती है। माँ कूष्माण्डा ने अपनी शक्ति से इस ब्रह्माण्ड का निर्माण किया। ब्रह्मांड की उत्पत्ति के कारण इन्हें आदिशक्ति भी कहा जाता है।