CBI ने हिमाचल प्रदेश के बद्दी से ईपीएफओ के आयुक्त और प्रवर्तन अधिकारी को किया गिरफ्तार
चंडीगढ,28 नवंबर (विश्ववार्ता) शिमला: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने ईपीएफओ, बद्दी, सोलन (हिमाचल प्रदेश) के क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त रवि आनंद और प्रवर्तन अधिकारी मदन लाल भट्टी और एक सलाहकार (निजी व्यक्ति) संजय कुमार यादव सहित तीन आरोपियों को शिकायतकर्ता से 10 लाख रुपये (5 लाख रुपये नकद और 5 लाख रुपये के “सेल्फ चेक”) की रिश्वत मांगने और स्वीकार करने के आरोप में गिरफ्तार किया।
सीबीआई ने 24.11.2024 को कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ), बद्दी, जिला सोलन (हिमाचल प्रदेश) के प्रवर्तन अधिकारी (ईओ), निजी सलाहकार, बद्दी, जिला सहित दो आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। सोलन (हि.प्र.) और अन्य अज्ञात ईपीएफओ अधिकारियों के खिलाफ आरोप है कि आरोपी प्रवर्तन अधिकारी ने शिकायतकर्ता की फर्म के पीएफ मांग के मामले को अनुकूल तरीके से निपटाने के लिए खुद के लिए और ईपीएफओ के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के लिए भी आरोपी निजी सलाहकार के माध्यम से 10 लाख रुपये का अनुचित लाभ मांगा, जो ईपीएफओ कार्यालय, बद्दी, सोलन (हि.प्र.) के साथ लंबित था।
यह भी आरोप लगाया गया कि यदि उक्त मांग पूरी नहीं की गई, तो वसूली 45-50 लाख होगी। सीबीआई ने जाल बिछाया और आरोपी सलाहकार (निजी व्यक्ति) को आरोपी प्रवर्तन अधिकारी और क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त की ओर से शिकायतकर्ता से 10 लाख रुपये (5 लाख रुपये नकद और 5 लाख रुपये के “सेल्फ चेक”) की मांग करते और स्वीकार करते हुए पकड़ा, जिनकी भूमिका जाल की कार्यवाही के दौरान सामने आई।
तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया और उन्हें शिमला के सीबीआई मामलों के एल.डी. विशेष न्यायाधीश की अदालत में पेश किया जा रहा है। इसके अलावा, सीबीआई ने सोलन (हि.प्र.), शिमला (हि.प्र.) और चंडीगढ़ में बद्दी में सात स्थानों पर आरोपियों के आवासीय और आधिकारिक परिसरों की तलाशी ली। चंडीगढ़ स्थित क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त के परिसर से लगभग 23.5 लाख रुपये नकद और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए।