Big Breaking news : केंद्र सरकार के खिलाफ आम आदमी पार्टी का धरना प्रदर्शन शुरू, भाजपा कार्यालयो के बाहर आप का बडा रोष प्रदर्शन
किसान आंदोलन का बदला लेने के लिए केंद्र की बीजेपी सरकार ने जानबूझकर धीमी लिफि़्टंग की – अमन अरोड़ा
पंजाब के साथ बीजेपी धक्का कर रही, हर पंजाबी इसका करारा जवाब देगा – अमन अरोड़ा
चंडीगढ़, 30 अक्टूबर (विश्ववार्ता) : धान उठान के मुद्दे पर पंजाब में राजनीति गरमा गई है। आज आम आदमी पार्टी ने आज केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन शुरू कर दिया है। बतां दे कि इस प्रदर्शन में आप के वालंटियर, किसान विंग के नेता, विधायक और मंत्री शामिल हों रहे है। प्रदर्शन का नेतृत्व हरजोत सिंह बैंस, हरभजन सिंह ईटीओ और तरनप्रीत सिंह कर रहे है।
आप नेताओं का कहना है कि राज्य सरकार शुरू से ही धान उठान के मुद्दे पर गंभीर रही है।
सांसद मलविंदर सिंह कंग का कहना है कि मार्च से ही पंजाब का खाद्य आपूर्ति विभाग एफसीआई और केंद्रीय मंत्रालय को पत्र लिख रहा था। उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार ने 9 महीने तक कोई कार्रवाई नहीं की हैं। खाद्य आपूर्ति विभाग ने सबसे पहले 5 मार्च को एफसीआई को पत्र लिखा, फिर 11 मार्च, 13 मार्च, 19 मार्च और 22 मार्च को पत्र लिखे।
जून में भी दो बार 14 और 27 जून और 3 सितंबर को पत्र लिखे गए। कुल मिलाकर पंजाब सरकार की ओर से पंद्रह पत्र लिखे गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इसके अलावा सीएम मान दिल्ली जाकर केंद्रीय मंत्रियों से मिल चुके हैं लेकिन केंद्र सरकार की ओर से कोई ठोस समाधान नहीं किया गया।
आप पंजाब के वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि केंद्र सरकार की नीति बदलाखोरी वाली है। वह जानबूझकर कर धीमी लिफ्टिंग कर रही है ताकि किसानों आढ़तियों को परेशानी हो। गोदामों में जगह खाली नहीं है कि नया अनाज रखा जाए और शेलर मालिकों के पास भी उतनी जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा पंजाब के किसानों से किसान आंदोलन का बदला ले रही है।
अमन अरोड़ा ने पंजाब के लोगों से विरोध प्रदर्शन में शामिल होने की अपील की और कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस समस्या के समाधान के लिए अथक प्रयास किया लेकिन केंद्र सरकार कुछ नहीं सुन रही। वह जानबूझकर देर कर रही है। उन्होंने कहा कि यह मामला पूरे पंजाब के लोगों से जुड़ा है। किसान-मजदूर, आढ़ती-व्यापारी सभी लोगों पर इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है। इसलिए भारी संख्या में इस प्रदर्शन में शामिल होकर केन्द्र सरकार को अपना सख्त संदेश भेजें।