मुख्यमंत्री द्वारा स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़ा कदम, 30 नए Aam Aadmi clinic जनता को समर्पित
राज्य में कुल 872 आम आदमी क्लीनिक कार्यशील
क्लीनिकों में अब तक 2.07 करोड़ मरीजों का निशुल्क इलाज हुआ
चंडीगढ़, 23 सिंतबर (विश्ववार्ता) लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज 30 और आम आदमी क्लीनिक जनता को समर्पित किए, जिससे कुल 872 क्लीनिक कार्यशील हो चुके हैं।
मुख्यमंत्री द्वारा समर्पित किए गए 30 क्लीनिकों में बठिंडा में पाँच, होशियारपुर में दो, मानसा में सात, मोगा में तीन, पटियाला में छह, एसएएस नगर मोहाली में पाँच और श्री मुक्तसर साहिब में दो क्लीनिक शामिल हैं।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि ये क्लीनिक बुनियादी स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में मील का पत्थर साबित हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि इन क्लीनिकों में कुल 80 प्रकार की दवाइयाँ और 38 तरह के टेस्ट मुफ्त उपलब्ध कराए जा रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन क्लीनिकों को भरपूर समर्थन मिल रहा है, जिसमें अब तक 2.07 करोड़ मरीज इलाज के लिए आ चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इन क्लीनिकों में 72 लाख से अधिक मुफ्त टेस्ट किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि इन सेवाओं ने राज्य के लोगों के स्वास्थ्य खर्च में 1050 करोड़ रुपये की बचत में योगदान दिया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार ने सेकेंडरी स्वास्थ्य सेवाओं में सभी निर्धारित दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए विशेष अभियान चलाया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि सीएमओज/एसएमओज को स्थानीय स्तर पर दवाइयों की खरीद के लिए अधिकृत किया गया है। उन्होंने कहा कि दवाइयों की खरीद और सप्लाई चेन के केंद्रीकरण को मजबूत किया जा रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस पहल से मरीजों को लगभग 102.98 करोड़ रुपये की बचत हुई है।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि सभी सेकेंडरी स्वास्थ्य सुविधाओं पर मुफ्त एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि 512 निजी एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड केंद्रों को मामूली सरकारी निर्धारित दरों पर सेवाएं प्रदान करने के लिए सूचीबद्ध किया गया है और इसके अलावा मौजूदा सरकारी सुविधाओं को भी मजबूत किया जा रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि बड़ी संख्या में मरीज इसका लाभ उठा रहे हैं, क्योंकि प्रतिदिन किए जाने वाले अल्ट्रासाउंड की संख्या 650 से बढ़कर 1350 हो गई है, जबकि राज्य में एक्स-रे की संख्या 3000 से बढ़कर 4200 हो गई है। अब तक कुल 7.52 लाख मरीज (5.67 लाख एक्स-रे सेवाओं और 1.85 लाख यूएसजी सेवाओं का लाभ उठा चुके हैं) इन सेवाओं का उपयोग कर चुके हैं।