आज देशभर में रामनवमी का पर्व मनाया जा रहा है बड़े ही धूम-धाम से
पांच मिनट तक बना रहा टीका
चंडीगढ, 17 अप्रैल (विश्ववार्ता) आज देशभर में रामनवमी का पर्व बड़े ही धूम-धाम से मनाया जा रहा है. इसको लेकर देशभर के मंदिरों में काफी भीड़ देखने को मिल रही है. अयोध्या में भी रामनवमी को लेकर भक्तों की सुबह से ही भीड़ देखने को मिल रही है. वाल्मीकि रामायण में लिखा है कि रामजन्म के समय सूर्य और शुक्र अपनी उच्च राशि में थे। चंद्रमा खुद की राशि में मौजूद थे। इस साल भी ऐसा ही हो रहा है। आचार्य राकेश के अनुसार, ये शुभ योग अयोध्या सहित पूरे भारत की तरक्की के मार्ग प्रशस्त करेंगे।
वैज्ञानिकों ने बीते 20 वर्षों में अयोध्या के आकाश में सूर्य की गति अध्ययन किया है। सटीक दिशा आदि का निर्धारण करके मंदिर के ऊपरी तल पर रिफ्लेक्टर और लेंस स्थापित किया है। सूर्य रश्मियों को घुमा फिराकर रामलला के ललाट तक पहुंचाया गया। सूर्य की किरणें ऊपरी तल के लेंस पर पड़ीं। उसके बाद तीन लेंस से होती हुई दूसरे तल के मिरर पर आईं। अंत में सूर्य की किरणें रामलला के ललाट पर 75 मिलीमीटर के टीके के रूप में दैदीप्तिमान होती रहीं और ये लगभग पांच मिनट तक टिकी रहीं।