हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान मलिक को भेजा इतने दिन के रिमांड पर
चंडीगढ़, 14 जुलाई (विश्ववार्ता) पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान विकास मलिक की मुश्किलें बढ़ गईं हैं। मारपीट के मामले में आरोपी विकास मलिक के खिलाफ प्रारंभिक जांच के बाद पुलिस ने एससी-एसटी एक्ट की धारा भी जोड़ दी है। वहीं, शनिवार को आरोपी मलिक को पुलिस ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया। जहां दलीलें सुनने के बाद ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने आरोपी को दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया। पुलिस अब आरोपी से कोर्ट परिसर में हुई मारपीट के बाद वहां लगे सीसीटीवी कैमरे की गायब हुई डीवीआर के बारे में पूछताछ करेगी। मलिक के खिलाफ सेक्टर-23डी निवासी रणजीत सिंह ने मामला दर्ज कराया है। पुलिस को दी शिकायत में उन्होंने बताया था कि वह पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में बतौर अधिवक्ता प्रैक्टिस करते हैं। उन्होंने हाईकोर्ट में तत्कालीन बार प्रधान विकास मलिक व सचिव स्वर्ण सिंह टिवाणा के खिलाफ केस दर्ज करा रखा है।
आरोप था कि विकास मलिक ने वकील अंजलि के साथ बदतमीजी की। इसके बाद शिकायतकर्ता बार के प्रधान विकास मलिक से बात करने लगा। कुनाल मुथरेजा और एक अन्य वकील ने उसे उठाकर फैंकने और सिर फाड़ने की बात कही। इसके बाद विकास मलिक कुर्सी से उठकर उसने सिर, मुंह और छाती पर मारते हुए लाइब्रेरी के गेट तक लेकर आए। लाइब्रेरी के पास मौजूद वकीलों ने बीच बचाव करवाया। कृणाल मुथरेजा, दिनेश जागड़ा ने उसका सिर दीवार में मार दिया और विकास ने आंख पर नुकीली चीज मार दी। लाइब्रेरी के पास मौजूद वकीलों ने बीच बचाव किया।
इसके बाद वह महिला वकील अंजलि के साथ चीफ जस्टिस की अदालत में पेश होकर मामले की जानकारी दी थी सैक्टर 3 थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घायल वकील रणजीत सिंह को मैडिकल करवाया। सैक्टर 3 थाना पुलिस ने वकील रणजीत सिंह की शिकायत पर पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के प्रधान विकास मलिक ,वकील कृपाल मुथरेजा, दिनेश जांगड़ा समेत पांच अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था।