पंजाब मे फिर से यह बिमारी पसार रही है पैर, स्वास्थ्य विभाग की फूूले हाथ पैर
इन बातों का ध्यान रखें, नही काटने पडेगे अस्पताल के चक्कर
स्वास्थ्य विभाग ने कसी कमर
चंडीगढ, 16 अप्रैल (विश्ववार्ता) पंजाब मे एक बार फिर डेंगू को धीरे धीरे पैर पसार रहा है, जिसको लेकर एडवाइजरी जारी करते सिविल सर्जन डॉ. ने डेंगू बुखार रोकने के लिए क्या करें और क्या न करें के कुछ उपाय बताए गए हैं। डेंगू के सामान्य लक्षण ठंड के साथ तेज बुखार, शरीर में दर्द और सिरदर्द हैं। इन लक्षणों का अनुभव करने वाले किसी भी व्यक्ति को मदद के लिए तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। उन्होंने बताया कि डेंगू बुखार मच्छरों से फैलने वाली एक वेक्टर जनित बीमारी है, जिसे डेंगू वायरस या फ्लेविवायरस भी कहा जाता है। कुछ मामलों में, डेंगू अधिक गंभीर स्थिति पैदा कर सकता है जिसे डेंगू रक्तस्त्रावी बुखार और डेंगू शॉक सिंड्रोम कहा जाता है। अगर समय पर इनका इलाज न किया जाए तो ये जानलेवा साबित हो सकते हैं।
इन बातों का ध्यान रखें
* अपने आसपास पानी जमा न होने दें
* दर्दनिवारक, रक्त पतला करने वाली, इबुप्रोफेन, कॉम्बिफ्लेम से स्वै-उपचार न करें।
* सी भी तेज बुखार का दूसरे दिन तुरंत डॉक्टर द्वारा मूल्यांकन किया जाना चाहिए
वायरल बुखार में एंटीबायोटिक्स की कोई भूमिका नहीं होती. यह वायरल बुखार का इलाज नहीं है। डेंगू या किसी वायरल बुखार के मरीजों में दाने जैसे लक्षण भी हो सकते हैं। हर किसी को हर बुखार को गंभीरता से लेना चाहिए, खासकर अगर यह बरसात के मौसम में होता है, तो डॉक्टर से जांच कराएं।
* डेंगू से बचने के लिए क्या करें और क्या न करें
* बुखार के तापमान में वृद्धि या गिरावट पर ध्यान दें।
* खुद को हाइड्रेटेड रखें।
* पोषक तत्वों से भरपूर संतुलित आहार का सेवन करें।
* यदि आप बीमार हैं तो आराम करें। दवाएँ लेने के बाद काम न करें।
* मच्छर भगाने वाली क्रीम और मच्छरदानी का प्रयोग करें।
* पूरी आस्तीन वाले कपड़े पहनने।
* बच्चों और अन्य लोगों को जागरूक करें।