पंजाब सरकार का बड़ा फैसला, महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए प्रत्येक जिले में होंगी जिला हब की स्थापना
राज्य के प्रत्येक जिले में जिला हब की स्थापना की गई है : डा. बलजीत कौर
चंडीगढ 5 जुलाई (विश्ववार्ता) : ”पंजाब सरकार ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए बड़ा कदम उठाते हुए राज्य के प्रत्येक जिले में जिला हब की स्थापना की गई है। ”यह बात सामाजिक सुरक्षा, स्त्री और बाल विकास मंत्री डा. बलजीत कौर ने कहीं हैं। कैबिनेट मंत्री डा. बलजीत कौर ने बताया कि मुख्य मंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार राज्य में महिलाओं के सशक्तिकरण, सुरक्षा, भलाई और महिलाओं के स्वास्थ्य स्तर को उपर उठाने के लिए अलग- अलग योजनाएं चलाई जा रही है। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा औरतों के सशक्तिकरण के लिए राज्य के सभी जिलों में एक नई शाखा की स्थापना की गई है जिसको ज़िला हब का नाम दिया गया है।
कैबिनेट मंत्री ने आगे बताया कि जिला हब बनाने का उद्देश्य ” ग्रामीण महिलाओं को कौशल विकास, रोज़गार, डिजिटल साक्षरता, आर्थिक सशक्तिकरण, स्वास्थ्य और पोषण के मौके प्रदान करने और महिलाओं के साथ सम्बन्धित योजनाओं का अधिक से अधिक प्रचार करने के लिए गतिविधियां करना है। जिला हब ग्रामीण महिलाओं को अपने अधिकारों का लाभ उठाने और जागरूकता पैदा करने के लिए काम करेगी और साथ ही लागू की जा रही योजनाओं अधीन लाभ लेने के लिए औरतों के लिए सरकार तक पहुँच करने के लिए एक कड़ी का काम करेगी।
उन्होंने बताया कि ज़िला हब के साथ महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए ग्राम पंचायत स्तर तक पंजाब सरकार द्वारा लागू की जा रही स्कीमों का लाभ पहुंचाना यकीनी बनाया जाएगा। डा. बलजीत कौर ने बताया कि इसी उदेश्य को मुख्य रखते हुए सामाजिक सुरक्षा, स्त्री और बाल विकास विभाग द्वारा ज़िला हब से 21 जून से पंजाब भर में 100 दिन का जागरूकता अभियान शुरू किया गया। इस जागरूकता अभियान के द्वारा महिलाओं, बच्चों की सुरक्षा और सशक्तिकरण सभी योजनाओं और कानूनों सम्बन्धित लोगों को जागरूक किया जा रहा है जिससे लोग पंजाब सरकार द्वारा लागू की जा रही योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ ले सकें।
उन्होंने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत महिलाओं के सशक्तिकरण के साथ सम्बन्धित स्कीमों जैसे प्रधान मंत्री मातरू वन्दना योजना जिसके अंतर्गत पहला बच्चा लड़का या लड़की और दूसरा बच्चा सिर्फ़ लड़की के जन्म और योग्य लाभपात्री औरत दूध पिलाने वाली मां को क्रमअनुसार 5000 रुपए और 6000 रुपए की वित्तीय सहायता दी जाती है, बारे प्रचार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसके इलावा पालना स्कीम के अंतर्गत काम वाली औरतों के बच्चों की देखभाल के लिए क्रैच् खोले जाने है जिससे महिलाएं बेफिक्र हो कर अपने काम पर जा सकें और उनका आर्थिक सशक्तिकरण किया जा सके। सखी वन स्टाप सैंटर स्कीम जिसके अंतर्गत किसी भी तरह की हिंसा से पीड़ित महिलाओं को मुफ़्त सेवाएं दी जाती है और वुमन हेल्पलाइन 181 आदि बारे कम्युनिटी/ स्कूलों/ कालेजों, जिलों एंव ब्लाकों में जागरूकता सैशन/ कैंप लगा कर जागरूकता फैलाई जाएगी। इसके इलावा अगले सप्ताह में ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ स्कीम बारे लोगों को जागरूक किया जाएगा। यह जागरूकता अभियान 4 अक्तूबर 2024 तक चलाया जाएगा।