राम नवमी को लेकर श्रीराम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से आज से जारी की गाईड लाइन
पढिये क्या है गाईडलाइन, कल से बदलेगा रामलला के दर्शन का समय
चंडीगढ, 15 अप्रैल (विश्ववार्ता) राम नवमी को लेकर श्रीराम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से गाईड लाइन जारी की गई है। श्रीराम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से जारी की गई गाइडलाइन के अनुसार नवरात्रि के अवसर पर अयोध्या के राम मंदिर में चार दिनों के लिए वीआईपी एंट्री रोक लगाई गई है. श्रीराम मंदिर तरफ से गाइडलाइन जारी कर बताया गया कि राम नवमी के उपलक्ष्य पर आगामी 15 से 18 अप्रैल तक किसी तरह वीआईपी दर्शन पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया गया है. इसके अलावा श्रद्धालुओं को राम नवमी पर कई अन्य बातों का ख्याल रखना होगा।
रामलला के दर्शन अवधि में बदलाव को लेकर मंथन चल रहा है। रविवार को ट्रस्ट व पुलिस अधिकारियों के बीच परिसर में बैठक हुई। तय हुआ है कि रामलला के दर्शन अवधि में 16 अप्रैल से बदलाव किए जाएगा। पहले 15 अप्रैल से दर्शन अवधि में बदलाव किया जाना था, लेकिन श्रद्धालुओ की संख्या अभी बहुत कम है। इसलिए दर्शन अवधि में कोई बदलाव नहीं किया जा रहा है। भीड़ की स्थिति को देखते हुए 16 अप्रैल से मंदिर को 20 घंटे खोलने की योजना है।
अयोध्या में राम नवमी के अवसर पर वीआईपी पास लेकर दर्शन करने पर प्रतिबंध लगाया है. ट्रस्ट की तरफ से जारी कि गाइड लाइन के मुताबिक श्रद्धालु 15 अप्रैल से 18 अप्रैल तक न तो सुगम दर्शन कर सकेंगे और न ही आरती के लिए वीआईपी पास की सुविधा रहेगी. यानी कि राम नवमी पर हर आम ओ खास श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए एक जैसी व्यवस्था रखी गई है. प्रभु श्रीराम लला इन चार दिनों में सभी श्रद्धालुओं को एक जैसे दर्शन देंगे।
चैत्र शुक्ल सप्तमी यानी सोमवार से अयोध्या में श्रद्धालुओं की भीड़ बढऩे की संभावना है। इसी देखते हुए राममंदिर ट्रस्ट ने वीआईपी दर्शन पर रोक लगा दी है। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने अपील की है कि इन तिथियों पर वीआईपी प्रोटोकाल धारक अयोध्या न आएं। भीड़ में वीआईपी दर्शन कराना संभव नहीं होगा। पहले से बने विशिष्ट व सुगम पास 18 अप्रैल तक मान्य नहीं होंगे। ऐसे में पास धारकों को भी वीआईपी सुविधा नहीं दी जाएगी।
रामजन्मोत्सव को लेकर राममंदिर को भव्य रूप से सजाया जा रहा है। रामजन्मभूमि पथ पर 80 अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लग रहे हैं। पथ पर जर्मन हैंगर लगने की वजह से कुछ कैमरे दूर के ही दृश्यों को कैद कर पा रहे हैं। ऐसे में नजदीकी दृश्यों को भी कैद करने के लिए अतिरिक्त कैमरे लग रहे हैं। पथ पर करीब 50 स्थानों पर वॉटर कूलर भी स्थापित कराए जा रहे हैं।