‘war against drugs” में विजय हासिल करने तक आराम नहीं: Aman Arora
– कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने नशा तस्करों को दी चेतावनी; आत्मसमर्पण करें या गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे
– पुलिस को तस्करों के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए पूरी छूट –Arora
चंडीगढ, 6 मार्च( विश्ववार्ता) पंजाब के कैबिनेट मंत्री एवं आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अमन अरोड़ा ने ऐलान किया कि पंजाब सरकार तब तक चैन से नहीं बैठेगी, जब तक प्रदेश से नशे का पूरी तरह खात्मा नहीं कर दिया जाता और नशा तस्करों पर पूरी तरह शिकंजा नहीं कसा जाता।
मुख्यमंत्री स भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा नशों के खात्मे के लिए बनाई गई पांच सदस्यीय कैबिनेट सब-कमेटी के सदस्य अमन अरोड़ा ने आज वित्त मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां के साथ ‘युद्ध नशों विरुद्ध’ मुहिम के तहत यहां पुलिस लाइन्स में सिविल एवं पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान जोर देकर कहा कि या तो नशा तस्कर आत्मसमर्पण कर दें या गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें, क्योंकि ‘आप’ सरकार ‘युद्ध नशों के विरुद्ध’ अभियान में विजय हासिल करने तक चैन से नहीं बैठेगी।
उन्होंने इस गैर-कानूनी गतिविधि में शामिल लोगों को पकड़ने के लिए पंजाब पुलिस की शक्ति, सूझ-बूझ और योग्यता पर भरोसा जताते हुए कहा कि नशों की समस्या को समाप्त करने में सहयोग देना सामूहिक जिम्मेदारी है और लोगों को नशा तस्करी को रोकने के लिए पुलिस के प्रयासों में सहयोग देना चाहिए।
कैबिनेट मंत्री अरोड़ा ने यह भी कहा कि पुलिस को तस्करों के विरुद्ध कार्रवाई करने एवं समाज को नशा मुक्त बनाने के लिए पूरी छूट दी गई है। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि 1 से 4 मार्च तक पंजाब पुलिस ने 580 एन.डी.पी.एस. मामले दर्ज किए हैं और इन मामलों में 789 आरोपियों को नामजद करने के अलावा 170 किलो नशीले पदार्थ बरामद किए गए हैं। पंजाब भर में 60 गैर-कानूनी इमारतों को ध्वस्त भी किया गया है। उन्होंने लोगों से नशा तस्करों की जानकारी पुलिस को देने की अपील की ताकि इस अभिशाप को समाप्त किया जा सके। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को कैमिस्ट की दुकानों और ठेलों की जांच करने के निर्देश भी दिए।
बैठक में राज्यसभा सदस्य संजीव अरोड़ा, विधायक सरवजीत कौर माणुके, राजिंदरपाल कौर छीना, मदन लाल बग्गा, दलजीत सिंह गरेवाल, अशोक पराशर पप्पी, कुलवंत सिंह सिद्धू, मनविंदर सिंह ग्यासपुरा, जगतार सिंह दयालपुरा, मेयर इंदरजीत कौर, जिला योजना बोर्ड के चेयरमैन शरणपाल सिंह मक्कड़ द्वारा भी नशों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई करने के सुझाव दिए गए। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को इस नशा विरोधी अभियान में पूरा सहयोग देने का भरोसा भी दिलाया।
डिप्टी कमिश्नर जतिंदर जोरवाल ने बताया कि नशा छुड़ाने के साथ-साथ इसकी रोकथाम के लिए पहले से ही बड़े स्तर पर गतिविधियां चलाई जा रही हैं और नशा छोड़ने के इच्छुक व्यक्तियों के सही इलाज एवं परामर्श सेवाएं प्रदान करने के लिए पुनर्वास संस्थानों को भी सशक्त किया जा रहा है। इन व्यक्तियों को प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से रोजगार के विभिन्न अवसर एवं कौशल विकास की पेशकश की जाएगी, जिससे वे आजीविका कमाने में सक्षम बन सकें। नशों के खात्मे के प्रयासों का समर्थन करने के लिए सिविल सोसायटी, उद्योग, शैक्षणिक संस्थानों, गैर-सरकारी संगठनों एवं अन्य संगठनों के सहयोग से नशों के विरुद्ध एक जन जागरूकता अभियान पहले ही शुरू किया जा चुका है। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि प्रशासन, कपूर अस्पताल को आधुनिक नशा छुड़ाओ एवं पुनर्वास केंद्र के रूप में अपग्रेड करने की योजना बना रहा है।
उन्होंने यह भी बताया कि प्रशासन द्वारा इस महीने नशों के विरुद्ध समाज को जागरूक करने के लिए एक विशाल मैराथन का आयोजन करने के अलावा थिएटर या सोशल मीडिया में लघु वीडियो क्लिप्स, दीवार चित्र, स्कूलों में प्रतिदिन नशों के विरुद्ध पांच मिनट के भाषण आदि को जन आंदोलन बनाने की योजना भी बनाई गई है।
पुलिस कमिश्नर कुलदीप सिंह चाहल, एस.एस.पी. लुधियाना देहाती पुलिस डॉ. अंकुर गुप्ता एवं खन्ना के एस.एस.पी. ज्योति यादव ने कैबिनेट मंत्री को विस्तार से बताया कि नशा तस्करों की अब तक करोड़ों रुपये की संपत्तियां जब्त की जा चुकी हैं एवं उनके अधिकार क्षेत्र में किए गए अवैध कब्जों को भी ध्वस्त किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि नशा तस्करी से जुड़े बड़े अपराधियों को प्रतिदिन गिरफ्तार किया जा रहा है और जल्द ही उनके संपूर्ण नेटवर्क को पूरी तरह समाप्त कर दिया जाएगा।
सिविल सर्जन डॉ. प्रदीप कुमार महिंद्रा ने बताया कि जिले में 46 ओटी केंद्र हैं एवं ओपीडी के दौरान प्रतिदिन 20-40 मरीजों की जांच की जाती है।