सडक ड्राइव करते समय धुंध से कैसे करे बचाव ?
Police ने सडक़ सुरक्षा व सुरक्षित सफर को लेकर जारी की एडवाइजरी
इन चीजो का इस्तेमाल कर आप सुरक्षित ड्राइव कर सकते है, पढिये पूरी खबर
चंडीगढ़, 11 जनवरी (विश्ववार्ता)मौजूदा मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए सर्दियों में धुंध व कोहरे के दौरान सडक़ यातायात को सुरक्षित बनाए रखने के लिए जिला पुलिस द्वारा यातायात एडवाइजरी जारी की गई है
सर्दी, कोहरे के मौसम में एहतियात उपायों से आप स्वयं ही नहीं बल्कि दूसरे को भी सुरक्षित रखेंगे। ऐसे में सडक़ों पर वाहन का प्रयोग करते समय अधिक सावधानी बरतनी होगी। वाहन मालिक एवं चालक अपने-अपने वाहनों के पीछे रिफ्लेक्टर जरूर लगाएं। धुंध के मौसम में रिफ्लेक्टिव टेप बहुत ही कारगर साबित होती है।
यात्रियों को स्पीड का खास ध्यान रखकर धीमी गति से वाहन चलाने का आग्रह किया है। साथ ही, वाहन मालिक यह भी सुनिश्चित करें कि वाहनों की हेड लाइट, टेल लाइट, फॉग लाइट सहित इंडिकेटर, ब्रेक, टायर, विंडस्क्रीन वाइपर, बैटरी व कार हीटिंग सिस्टम सही तरीके से काम कर रहे हैं। धुंध के दौरान यात्रा करते समय वाहन चालक लो-बीम हेड लाइट का इस्तेमाल करें क्योंकि धुंध के दौरान हाई-बीम हेड लाईट कारगर नही होती है। इंडिकेटरस को भी ऑन रखें ताकि दूसरे वाहन को भी आपके वाहन का पता चल सके। यदि कोहरे के कारण दृश्यता न्यून हो जाती है तो ऐसी स्थिति में फॉग लाइट को उपयोग अवश्य करें।
वाहन चालकों को धुंध के दौरान सडक़ हादसों को लेकर पूरी तरह आगाह करते हुए कहा है कि धूंध के दौरान सडक़ पर वाहन चलाते समय वाहनों के बीच उचित दूरी बना कर रखे व दृश्यता बेहद खराब होने की स्थिति में वाहन चालक सडक़ पर पेंट की गई लाइन को गाइड के रूप में उपयोग करते हुए वाहन चलाएं। ड्राइव करते समय जरूरी है कि आपका पूरा ध्यान सडक़ पर हो। धुंध के दौरान गाडिय़ों की गति सीमा नियंत्रित रखने व मोबाइल फोन तथा म्यूजिक सिस्टम का उपयोग करने से बचे। इसके अतिरिक्त, बाहर की आवाज का ध्यान रखने के लिए वाहनों के शीशे थोड़ा नीचे रखें ताकि जो दिखाइे न दे सके उसे सुनकर यात्रा को पूर्ण रूप से सुरक्षित बनाया जा सके। इमरजेंसी स्टॉप होने पर, जहां तक संभव हो सडक़ से नीचे वाहन को उतारने की सलाह दी गई है। ओवरटेकिंग नही करने के अतिरिक्त, लेन बदलने व व्यस्त सडक़ों पर वाहन रोकने से बचने के लिए भी कहा गया है।
यातयात नियमों का पालन करना ना केवल अपने लिए व दुसरों के लिए भी बुहत जरुरी है। सडक़ पर जब हम यातायात नियमों का पालन करेंगे तभी हम सडक़ पर सुरक्षित रह सकते है, सुरक्षित व सतर्क होकर वाहन चलाए।
धुंध या कोहरे में वाहन चलाते समय अतिरिक्त सावधानी रखने की जरूरत रहती है ताकि हादसे से बचा जा सके। एआरटीओ-प्रवर्तन ने वाहन चालकों से अपील की है कि यदि बीच सडक़ पर वाहन खराब हो जाए तो उसमें बैठे ही न रहे। अपने वाहन को मार्ग से करीब 50 मीटर दूर सुरक्षित खड़ा करें और संकेतक लगाएं। इसी तरह उन्होंने पैदल व साइकिल सवारों से भी सडक़ पर चलते समय विशेष सावधानी बरतने को कहा है।
एआरटीओ ने सलाह दी है कि सडक़ पार करने से पहले किनारे पर रुकें। मार्ग पर दाएं-बाएं देखें, मार्ग पर आने-जाने वाले वाहनों के हॉर्न सुनें और फिर कोई वाहन न होने पर ही आप सडक़ पार करें। किसी भी आपात सहायता के लिए 112 व 108 एंबुलेंस की मदद लें। वाहन की जांच करें, तभी सवार हों
अपने वाहन के विड स्क्रीन, वाइपर, बैट्री, इंजन ऑयल, ब्रेक और टॉयर जैसे जरूरी पार्ट जांच कर ही वाहन चलाएं। इनका रखें ध्यान, तभी ड्राइव करें वाहन
– वाहन की हेड लाइट को लो बीम पर रखें, हो सके तो फॉग लैंप का प्रयोग करें।
– ठंडक में गाड़ी के शीशे में जमा नमी को हीटर चलाकर दूर कर सकते हैं।
– कोहरे में ड्राइविग करते समय संगीत बंद कर हॉर्न सुनने को अलर्ट रहें।
– वाहन चलाते समय मार्ग पर बार-बार लेन बदलना घातक हो सकता है।
– सावधानी से ओवरटेक करें, जल्दबाजी घातक हो सकती है।
– वाहन में रेट्रो-रिफलेक्टिव टेप का प्रयोग अवश्य करें।
– वाहन के इंडीकेटर ऑन करते हुए ड्राइविग न करें।
– सामने के वाहन से तीन सेकेंड की दूरी बनाकर रखें।
– तेज रफ्तार में वाहन ड्राइव करने से बचें।
– धीमी या औसत गति से वाहन चलाएं।