पंजाब विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां ने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से की मुलाकात, किसानों के संघर्ष को दिया समर्थन
संधवां ने डल्लेवाल के संघर्ष और किसानों के अधिकारों के प्रति प्रतिबद्धता की सराहना की
भूख हड़ताल के 31वें दिन डल्लेवाल की तबीयत बिगड़ी, संधवां ने केंद्र को पंजाबियों के धैर्य की परीक्षा न लेने की दी चेतावनी
स्पीकर ने पीएम मोदी से किसानों की मांगें सुनने की अपील की, राष्ट्र के लिए उनके योगदान पर प्रकाश डाला
संधवां ने इस मामले में सरकार के रवैये की आलोचना की, मोदी सरकार पर किसानों के बजाय पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने का लगाया आरोप
चंडीगढ़, 27 दिसंबर (विश्ववार्ता) पंजाब विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां आज किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से मिलने के लिए खनौरी बॉर्डर पहुंचे, जो पिछले 31 दिनों से भूख हड़ताल पर हैं। किसानों के चल रहे संघर्ष के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए संधवां के साथ पार्टी विधायक नरिंदर कौर भराज और कुलवंत सिंह पंडोरी सहित पार्टी के कई नेता मौजूद थे।
इस अवसर पर बोलते हुए, कुलतार सिंह संधवां ने जगजीत सिंह डल्लेवाल की मानवता और किसानों के कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता की सराहना की। उन्होंने कहा कि डल्लेवाल साहब सिर्फ अपने घर या पंजाब के लिए नहीं लड़ रहे हैं बल्कि वह पूरे देश के किसानों के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) सुनिश्चित करने से न केवल पंजाब मजबूत होगा बल्कि पूरा देश का किसान मजबूत होगा।
संधवां ने किसानों के योगदान पर प्रकाश डालते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनकी मांगों को सुनने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इस देश के किसान, जिनके पूर्वजों ने भारत की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी और जिनके बच्चों ने देश के लिए प्रतिदिन अपना जीवन बलिदान किया, उनकी बात सुनी जानी चाहिए। उनकी दुर्दशा को नजरअंदाज करना राष्ट्र को नजरअंदाज करने के बराबर है।
संधवां ने डल्लेवाल के बिगड़ते स्वास्थ्य पर गहरी चिंता व्यक्त की और केंद्र सरकार को पंजाबियों के धैर्य की परीक्षा लेने की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अगर देश को बचाना है तो एमएसपी की गारंटी दी जानी चाहिए। किसानों की मांगों को अब और दरकिनार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा प्रस्तावित नया मसौदा मुख्य मुद्दों से बचने का एक और प्रयास प्रतीत होता है।
अन्य देशों से तुलना करते हुए संधवां ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका में, केवल 1% आबादी किसान है, फिर भी उन्हें पर्याप्त सब्सिडी मिलती है। भारत में जहां 80% लोग खेती पर निर्भर हैं, फिर भी सरकार कॉर्पोरेट दिग्गजों को फायदा पहुंचाने के लिए उन्हें बाहर धकेलने की कोशिश कर रही है।
संधवां ने मीडिया और जनता से यह पहचानने की अपील की कि यह सिर्फ डल्लेवाल की व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है बल्कि पंजाब और पूरे देश की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि पंजाब के किसान अपने अधिकारों के लिए वैसे ही लड़ते रहेंगे, जैसे वे हमेशा देश के लिए लड़ते रहे हैं।
विधानसभा अध्यक्ष ने आश्वासन दिया कि आम आदमी पार्टी किसानों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है। कल हमारी पार्टी का एक उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल जगजीत सिंह डल्लेवाल से मिला था और इस मुद्दे पर पार्टी और सरकार दोनों स्तरों पर चर्चा की। आज विधानसभा अध्यक्ष के रूप में मैं इस मुद्दे को हल करने के लिए विधानसभा में अपनी क्षमता के अनुसार सब कुछ करूंगा।
उन्होंने इस मामले पर केंद्र के साथ संवाद के पंजाब सरकार के निरंतर प्रयासों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने पुष्टि की कि हमारे वित्त मंत्री हरपाल चीमा और कैबिनेट मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने हाल ही में इसके समाधान के लिए केंद्रीय अधिकारियों से मुलाकात की। हम किसानों के अधिकारों की वकालत करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
संधवां ने यह भी बताया कि वह स्कूलों और कॉलेजों के दौरे के दौरान भी किसानों के संघर्ष के बारे में जागरूकता बढ़ा रहे हैं। उन्होंने सभी से इस लड़ाई का समर्थन करने का आग्रह किया और इसे राष्ट्र की आत्मा के लिए संघर्ष बताया।