Punjab News: डॉ. बलबीर सिंह द्वारा सिविल सर्जनों को सरकारी अस्पतालों में सभी जरूरी दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश
नर्सिंग छात्रों को रक्तचाप, एच.बी. स्तर की जांच और आंखों की जांच करने संबंधी प्रशिक्षण दिया जाए: स्वास्थ्य मंत्री
चंडीगढ़, 23 दिसंबर (विश्ववार्ता): : पंजाब के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने राज्य के लोगों को बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए सभी सिविल सर्जनों को निर्देश दिए हैं कि वे सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में जरूरी दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करें ताकि इलाज के लिए आने वाले लोगों को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।
आज यहां सिविल सर्जनों के लिए एक कांफ्रेंस-कम-प्रशिक्षण कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने सभी सिविल सर्जनों के प्रदर्शन की समीक्षा की। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि डॉक्टरों और अस्पताल के स्टाफ को सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में लोगों के विश्वास को और मजबूत करने के लिए मरीजों और उनके साथ देखभाल के लिए आने वाले व्यक्तियों के प्रति विनम्रता का व्यवहार रखना चाहिए।
मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान की अगुवाई वाली पंजाब सरकार ने राज्य के लोगों को मानक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए आवश्यक फंड की सुनिश्चितता की है।
उन्होंने कहा कि नर्सिंग छात्रों को रक्तचाप, एच.बी. स्तर और आंखों की जांच संबंधी प्रशिक्षण दिया जाए और उनकी सेवाओं का उपयोग अस्पतालों में मरीजों और उनके अटेंडेंट्स की सहायता के लिए किया जाना चाहिए।
उन्होंने बताया कि स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों को किसी दुर्घटना या आपातकालीन स्थिति में दूसरों की सहायता करने के योग्य बनाने के लिए प्राथमिक सहायता संबंधी प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इसके अतिरिक्त, नर्सिंग छात्रों को मच्छर के लार्वा की पहचान करने के लिए ब्रीडिंग चेकर्स के रूप में प्रशिक्षण दिया जाएगा, जो अगले मानसून सीजन में डेंगू के मामलों को नियंत्रित करने में मदद करेगा।
अच्छी प्रदर्शन वाले जिलों की सराहना करते हुए, उन्होंने अन्य जिलों के अधिकारियों को अपने जिलों में स्वास्थ्य और प्रशासनिक ढांचे का स्तर ऊंचा करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि पूरी निष्ठा से काम करने वाले स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मचारियों का सम्मान किया जाएगा।
पीएचएससी के चेयरमैन रमन बहल ने सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों की देखभाल और सफाई पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि लोगों को मानक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए एक साफ-सुथरा और सुव्यवस्थित वातावरण अत्यंत आवश्यक है।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के प्रशासनिक सचिव,कुमार राहुल ने बताया कि पंजाब में मानक स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए मरीजों की फीडबैक पर आधारित सर्वेक्षण कराया गया है। उन्होंने सिविल सर्जनों को अस्पतालों में मानक सेवाएं प्रदान करने के लिए मापदंडों में सुधार करने के निर्देश दिए।
पंजाब विकास आयोग के सदस्य अनुराग कुंडू ने राज्य की विभिन्न स्वास्थ्य संस्थाओं से मरीजों की फीडबैक पर आधारित विस्तृत सर्वेक्षण के परिणाम प्रस्तुत किए। इसके जवाब में, स्वास्थ्य मंत्री ने सिविल सर्जनों को सर्वेक्षण में पाई गई कमजोरियों को दूर करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर स्वास्थ्य सचिव डॉ. अभिनव त्रिखा, पीएचएससी के प्रबंध निदेशक वीरेंद्र कुमार, मिशन निदेशक एनएचएम घनश्याम थोरी, राज्य स्वास्थ्य एजेंसी की सीईओ बबीता, पंजाब स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग की निदेशक डॉ. हितिंदर कौर, एफ.डब्ल्यू. स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक डॉ. जसविंदर, पीएचएससी के निदेशक डॉ. अनिल गोयल, ईएसआई के निदेशक डॉ. सुमन बाली, एनएचएम के निदेशक डॉ. बलविंदर और विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे।