Punjab में ट्रेन से यात्रा करने वाले आज हो जाएं सावधान
आज पंजाब मे थमेगा रेलों का पहिया
चंडीगढ़, 18 दिसंबर (विश्ववार्ता) किसान आंदोलन के बीच बड़ी खबर सामने आ रही है। किसान आज यानि की 18 दिसंबर को पंजाब में ‘रेल रोकेगें। यह घोषणा शंभू बॉर्डर पर पुलिस द्वारा सुरक्षा चिंताओं के कारण रोके गए 101 किसानों के ‘जत्थे’ को दिन के लिए वापस बुलाए जाने के कुछ घंटों बाद हुई।।
पंजाब का कोई भी कोना ऐसा नहीं होगा जहां रेलें नहीं रोकी जाएंगी। दोपहर 12 से 3 बजे तक रोकी जाएंगी रेलें जाम की जाएगी। आज उन लोगों के लिए भी यह खबर बड़ी अहम जो 18 तारीख को रेल द्वारा सफर करने जा रहे हैं। जिन्होंने पहले ही 18 तारीख की टिकटें बुक कर रखी है उन्हें उस दिन भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।
रअसल, किसान मजदूर संघर्ष कमेटी, पंजाब के प्रदेश नेता सतनाम सिंह पन्नू ने कहा कि पिछले 10 महीनों से देशव्यापी आंदोलन के दौरान शंभू खानूरी और रतनपुर (राजस्थान) बॉर्डर पर पैदल दिल्ली की ओर कूच कर रहे किसानों के साथ बर्बरतापूर्ण की गई।
आपको बता दें कि पिछले 307 दिनों से दिल्ली जाने की कोशिश में पंजाब के शंभू बॉर्डर पर किसान डटे हैं. आज एक बार दिल्ली कूच करने की कोशिश भी की. हरियाणा पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों ने आगे बढऩे से रोक दिया. 101 किसानों के जत्थे ने तीसरी बार पैदल जाने का प्रयास किया. पुलिस ने आंसू गैस के गोले और वाटर कैनन का इस्तेमाल कर किसानों को तितर बितर कर दिया. किसान मजदूर मोर्चा के प्रमुख सरवन सिंह पंढेर ने जत्थे को वापस बुला लिया।
दोपहर 12 बजे 101 किसानों का जत्था पैदल दिल्ली कूच करने के लिए आगे बढ़ा. हरियाणा की सीमा पर अंबाला के एसपी और डीसी ने इजाजत नहीं होने की वजह से वापस जाने का अनुरोध किया. किसान दिल्ली जाने की मांग पर डटे रहे. हरियाणा पुलिस ने पिछली बार से सबक लेते हुए तैयारियों में सुधार किये थे. कंक्रीट के बैरिकेड पर लोहे का जाल लगाया गया है।