AI इंजीनियर Atul Subhash Suicide केस में बड़ा एक्शन
पत्नी निकिता, सास और साला गिरफ्तार
चंडीगढ़, 16 दिसंबर (विश्ववार्ता) बेंगलुरु के चर्चित अतुल सुभाष आत्महत्या मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। बेंगलुरु पुलिस ने अतुल की पत्नी आरोपी निकिता सिंघानिया को गुरुग्राम, हरियाणा से गिरफ्तार किया गया है। वहीं, अन्य आरोपी सास निशा सिंघानिया और साला अनुराग सिंघानिया को प्रयागराज, उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया। इन्हें कोर्ट में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। अतुल सुभाष की आत्महत्या ने पूरे क्षेत्र में सनसनी मचा दी थी। सुसाइड नोट में उन्होंने आरोपियों का नाम लिया था, जिसके आधार पर बेंगलुरु पुलिस ने यह गिरफ्तारी की।
9 दिसंबर को बेंगलुरु स्थित फ्लैट में अतुल सुभाष का शव मिला था। इसके पहले उन्होंने एक घंटा 20 मिनट का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भी अपलोड किया था। अतुल ने आत्महत्या से पहले 24 पन्नों का सुसाइड नोट भी छोड़ा था। जिसमें अपनी पत्नी निकिता सिंघानिया और ससुराल पक्ष पर झूठे केस दर्ज करवाने का आरोप लगाया।
सुसाइड नोट में क्या लिखा था?
अतुल ने अपने 24 पन्नों के सुसाइड नोट में हर पेज पर लिखा था, “जस्टिस इज ड्यू” (न्याय बाकी है)। इसके साथ उन्होंने विस्तार से बताया कि उनकी पत्नी ने यूपी के जौनपुर में उनके खिलाफ झूठे केस दर्ज करवाए। इन केसों को वापस लेने के बदले 3 करोड़ रुपये की मांग की गई थी।
अतुल ने वीडियो में यह भी खुलासा किया कि उनकी पत्नी ने 4 साल के बेटे की कस्टडी की अनुमति देने के लिए उनसे 30 लाख रुपये की मांग की थी। तलाक और बेटे की कस्टडी को लेकर चल रही कानूनी लड़ाई ने उनकी जिंदगी को तनावपूर्ण बना दिया था।
बेंगलुरु के व्हाइट फील्ड डिवीजन के डीसीपी शिवकुमार के अनुसार पुलिस ने विभिन्न राज्यों में सर्च ऑपरेशन चलाकर इन आरोपियों को पकड़ा है। मामले की तह तक जाने के लिए जांच तेज़ी से की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
आरोपी निकिता सिंघानिया और उसके परिवार ने पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए प्रयागराज हाई कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की थी। हालांकि, अदालत ने इस याचिका को खारिज कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार किया।
ये था मामला
सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष ने 9 दिसंबर को 80 मिनट वीडियो बनाकर बेंगलुरू में आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने सुसाइड नोट में पत्नी निकिता और ससुराल वालों पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया था। इसके साथ जौनपुर की महिला जज और पेशकार पर गंभीर आरोप गाए थे। इस पर बेंगलुरू पुलिस ने पत्नी निकिता, उनकी मां निशा और भाई अनुराग के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया था। बेंगलुरु पुलिस को आरोपी परिवार के प्रयागराज और जौनपुर स्थित घरों पर ताले मिले थे। जिससे यह अनुमान लगाया गया कि वे गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार थे। इस में मामले चौथे आरोपी सुशील सिंघानिया की तलाश अभी भी जारी है।