सेहत का रखिये साब ख्याल, इम्यूनिटी को बूस्ट नहीं करतीं बल्कि कमजोर बनाती हैं ये चीजें
पढिये पूरी खबर
चंडीगढ़, 8 दिसंबर (विश्ववार्ता ) स्वस्थ शरीर के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता यानि इम्यूनिटी का बेहतर रहना बहुत ही महत्वपूर्ण है। अपनी इम्यूनिटी बनाए रखने के लिए हम बड़े जतन करते हैं। हमारी जीवनशैली, खाने में हम क्या प्रयोग करते हैं, इसका हमारे शरीर पर बहुत प्रभाव पड़ता है इसका ख्याल रखना जरूरी है। विशेषज्ञ मानते हैं कि हरेक स्टेप सावधानी से उठाना चाहिए।
न्यूट्रिशनिस्ट के अनुसार हमें ऐसे कुछ खाद्य पदार्थ हैं जिनका सेवन करने से हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता में गिरावट आती है। उनके मुताबिक हर चीज की अति नुकसान का कारण बनती है। चाहें वो जिंक हो, फैट हो या कॉबरेहाइड्रेट। जिंक एक ऐसा माइक्रोन्यूट्रिएंट है, जिसका सप्लीमेंट के तौर पर लोग सेवन करते हैं। कोविड के बाद इसका उपयोग खूब होने लगा। उस दौरान ये बीमारियों से लडऩे में इसके चमत्कार को सलाम किया जाने लगा।
विशेषज्ञों के मुताबिक हमेशा ये हमारे लिए फायदेमंद हो ऐसा नहीं सोचा जाना चाहिए। अधिक मात्र में जिंक का सेवन अलग तरह की दिक्कतों का कारण बनता है। वो इसलिए क्योंकि जिंक का अधिक सेवन आयरन और कॉपर के अबशॉपर्शन पर असर डालता है। वो कॉपर जो इम्यूनिटी बढ़ाता है। तो सलाह यही है कि मात्र का खास ख्याल रखते हुए अपने डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट से जरूर मिलें। उनके सुझाव के अनुसार ही इनका उपयोग करें।
ऐसा ही कुछ फैट्स के साथ होता है। फैट या वसा कैसा हो इसका भी ध्यान रखना जरूरी है। जंक फूड के इस दौर में लोग अक्सर हेल्दी फैट को नजरअंदाज कर देते हैं। या फिर एकदम से तेल घी युक्त भोजन से तौबा कर लेते हैं। स्वस्थ वसा शरीर की इम्यूनिटी के लिए फायदेमंद है। खन्ना के मुताबिक सैचुरेटेड फैट जरूरी है जो जैतून के तेल, एवोकाडो और कुछ मेवों में होता है तो वहीं पॉलीसैचुरेटेड फैट मछलियों, चिया बीज और अखरोट में पाया जाता है। ओमेगा 3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड इम्यूनिटी को बूस्ट करता है।
विशेषज्ञों के मुताबिक इसके अलावा सब्जियों और फलों को ज्यादा धोकर खाना, वजन कम करने के लिए ज्यादा वजर्शि करना या फिर जरूरत से ज्यादा सप्लीमेंट का इस्तेमाल करने से भी बचना जरूरी है। अगर एक्सपर्ट सलाह से काम लेंगे तो ताकतवर भी रहेंगे और बीमारी से लडऩे के काबिल भी रहेंगे।