पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर किसानों के दिल्ली कूच के बीच बडी खबर आई सामने
पुलिस और किसानों के बीच जमकर धक्का-मुक्की
शंभू बॉर्डर पर पुलिस और किसान हुए आमने-सामने, कई किसान हुए घायल
आसपास के गांव मे इंटरनेट सेवा पूरी तरह बंद
चंडीगढ़, 6 दिसंबर (विश्ववार्ता) बडी खबर सामने आ रही हेै कि पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर पिछले 9 महीने से कैंप लगाकर बैठे किसानों का दिल्ली कूच के करीब ढाई घंटे बाद किसान शंभू बॉर्डर से पीछे हट रहे हैं। किसान नेता सरवन सिंह ने कहा कि हमारे काफी नेता घायल हुए हैं। हम जत्थे को वापस बुला रहे हैं। दिल्ली मार्च पर फैसला बाद में लिया जाएगा।
किसानों को हरियाणा पुलिस और पैरामिलिट्री के बैरिकेड पर रोक लिया गया है। पुलिस ने किसानों की घेराबंदी करके बसों में भर दिया। गिरफ्तारी के दौरान पुलिस और किसानों के बीच जमकर धक्का-मुक्की और नोंकझोंक भी हुई। इस दौरान परी चौक पर कई आने जाने वाले युवकों ने वीडियो बनाने का प्रयास किया। उनको भी पुलिस ने पकड़ कर किसानों के साथ जेल भेज दिया।
बतां दे कि 101 किसानों ने पैदल अंबाला की तरफ बढ़ते हुए 2 बैरिकेड पार कर लिए हैं। अब उन्हें हरियाणा पुलिस और पैरामिलिट्री के बैरिकेड पर रोक लिया गया है। किसानों को शांत करने के लिए हरियाणा पुलिस की तरफ से लाउडस्पीकर्स पर सतनाम वाहेगुरु का जाप शुरू करवा दिया। साथ ही पुलिस अधिकारी हाथ जोडक़र किसानों से पीछे हटने की अपील कर रहे हैं।
किसानों ने हाथ में अपने संगठन के झंडे पकड़े हुए हैं। इसके अलावा कई किसानों ने तिरंगा भी पकड़ा हुआ है। किसान आंदोलन को देखते हुए अंबाला में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है। अंबाला के डंगदेहरी, लोहगढ़, मानकपुर, डडियाना, बारी घेल, लहारसा, कालू माजरा, देवी नगर, सद्दोपुर, सुल्तानपुर और काकरू में 9 दिसंबर तक मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद रहेगी।