Delhi Amritsar bullet train : हरियाणा और पंजाब के लोगों के लिए आई खुशखबरी
300 से अधिक गांव की जमीन का होगा अधिग्रहण
भूमि मालिकों को मिलेगा इतने गुना पैसा
चंडीगढ 2 दिसंबर (विश्ववार्ता) हरियाणा और पंजाब के लोगों के लिए खुशखबरी है कि सरकार इन 321 गांवों की जमीन खरीदेगी और जीतने लोगों की जमीन अधिग्रहण की जाएगी उनको पांच गुना अधिक राशि दी जाएगी। केंद्र सरकार ने दिल्ली से अमृतसर तक चलने वाली बुलेट ट्रेन का अध्ययन शुरू कर दिया है। नई रेलवे लाइन के दायरे में आने वाले गांवों के किसानों के साथ आईआईएमआर एजेंसी की ओर से बैठकों का दौर जारी है।
केंद्र सरकार दिल्ली से अमृतसर तक चलने वाली बुलेट ट्रेन के लिए पंजाब और हरियाणा के करीब 321 गांवों से जमीन अधिग्रहण करने वाली हैं। युद्ध स्तर से अब सर्वे शुरू हो गया है। इस हाई स्पीड रेल लाइन के सर्वेक्षण का कार्य दोनों राज्यों में युद्धस्तर पर चल रहा है। बुलेट ट्रेन दिल्ली से अमृतसर तक 465 किलोमीटर का सफर सिर्फ 2 घंटे में पूरा करेगी। इस सुपर स्पीड रेल लाइन के लिए दोनों राज्यों में सर्वे का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। बुलेट ट्रेन से दिल्ली से अमृतसर की दूरी 465 किलोमीटर है, जो सिर्फ 2 घंटे में पूरी हो सकती है।
15 स्टेशनों पर रुकेगी ट्रेन
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, यह ट्रेन दिल्ली से अमृतसर के बीच चंडीगढ़ समेत 15 स्टेशनों पर रुकेगी। इस बुलेट ट्रेन की अधिकतम स्पीड 350 km/h है। इसकी औसत स्पीड 250 km/h होगी और इसकी गति 320 km/h होगी। साथ ही, इस ट्रेन में एक बार में करीब 750 यात्री चल सकते हैं।दिल्ली, हरियाणा और पंजाब के कुल 343 गांवों से जमीन अधिग्रहण की जाएगी।
पंजाब के 186 गांवों की जमीन अधिग्रहण होगी
मिली जानकारी के मुताबिक, पंजाब के 186 गांवों की जमीन केंद्र सरकार अधिग्रहण की तरह से की जाएगी। इसमें मोहाली के 39 गांव, जालंधर के 49 गांव, लुधियाना के 37 गांव, अमृतसर के 22 गांव, फतेहगढ़ साहिब के 25 गांव, कपूरथला के 12 गांव और तरनतारन व रूपनगर जिले के एक-एक गांव शामिल हैं। IIMR संस्थान ने नई रेलवे लाइन के अंतर्गत आने वाले गांवों के किसानों से लगातार बैठकें करती रहती हैं। किसानों को गांव के कलेक्टर रेट से पांच गुना अधिक जमीन दी जाएगी। केंद्रीय और रेलवे अधिकारी इस संबंध में व्यापक सर्वे कर रहे हैं।