National Cancer Awareness Day 2024: क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस ?
हरियाणा के लिए बनता जा रहा है कैंसर अब काल
दुनिया भर मे कैंसर से हर साल करोड़ों लोगों की होती है मौत
कैसे बचें कैंसर जैसी बीमारी से
चंडीगढ़, 7 नवंबर (विश्ववार्ता) राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस हर साल 7 नवंबर को मनाया जाता है, यह भारत में एक महत्वपूर्ण आयोजन है और कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित है। जो भारत में सबसे अधिक दबाव वाली स्वास्थ्य चिताओं में से एक है। तो चलिए पूरे विस्तार से जानते हैं कि आखिर कैंसर जैसी बीमारी से कैसे बचा जा सकता है।
हरियाणा के लिए कैंसर अब काल बनता जा रहा है। आलम ये है कि प्रदेश में हर माह कैंसर के 2916 नए मरीज सामने आ रहे हैं और साल में इनकी संख्या 35 हजार के करीब पहुंच जाती है। कैंसर के मरीजों की मौत की बात करें हरियाणा में हर माह 1500 कैंसर मरीज दम तोड़ रहे हैं और साल में यह आंकड़ा 18 हजार का है।
चौंकाने वाली बात ये है प्रदेश में 30 साल से ऊपर की आबादी में 1 लाख लोगों की जांच में 102 लोगों में कैंसर के लक्षण मिल रहे हैं। स्क्रीनिंग और इलाज कराने आ रहे मरीजों के आंकड़ों को मिलाकर हरियाणा स्वास्थ्य विभाग ने यह डाटा तैयार किया है। सरकारी आंकड़े बताते हैं कि देशभर में हर साल 15.5 लाख कैंसर के नए मरीज सामने आते हैं और इनमें से सालभर में ही नौ लाख लोगों की जान चली जाती है।
भारत में कैंसर है मुख्य स्वास्थ्य चिंता
भारत में हृदय संबंधी बीमारियों के बाद कैंसर मृत्यु का दूसरा मुख्य कारण है जिसमें हर साल 1.3 मिलियन से अधिक नए मामले सामने आते हैं। उम्र बढ़ने, शहरीकरण और जीवन शैली में बदलाव जैसे कारक जिसमें खराब आहार, निष्क्रियता और तंबाकू का उपयोग शामिल है, इस बढ़ते कैंसर के बोझ में योगदान करता है। भारत की कैंसर के खिलाफ लड़ाई अपनी बड़ी आबादी सामाजिक, आर्थिक असमानताओं और कई क्षेत्र में सीमित स्वास्थ्य सेवा पहुंचा कर अनूठी चुनौतियों का सामना करती है। कई बार कैंसर के बारे में गलत अवधारणाएं इसके निदान में समस्याएं उत्पन्न करती है, और मृत्यु दर को बढ़ा देती है। इसलिए आवश्यक है कि कैंसर के बारे में सही शिक्षा और जागरूकता लोगों तक पहुंचे।
कैसे बचें कैंसर जैसी बीमारी से
भारत में कैंसर कई प्रकार के होते हैं जिनमें स्तन कैंसर, गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर, फेफड़े का कैंसर, मौखिक कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसर शामिल है। हम अपने शरीर की नियमित जांच कर कैंसर के अर्ली सिंपटम को पहचान सकते हैं। इसके अलावा जीवन शैली में बदलाव जैसे तंबाकू और शराब से परहेज करना, स्वस्थ आहार बनाए रखना और नियमित शारीरिक गतिविधि कैंसर के जोखिम को काफी हद तक काम कर सकती है। सही फल, सब्जियां और फाइबर से भरपूर आहारों को अपनाकर कोलोरेक्टल कैंसर के जोखिम से बचा जा सकता है।
क्या है इस साल का थीम?
इस साल यानी 2024 में राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस का विषय है, ‘आशा रोकथाम और समर्थन’। कैंसर जागरूकता के लिए यह एक सक्रिय दृष्टिकोण को बढ़ावा देगा और समुदायों को बीमारी के खिलाफ एकजुट होने के लिए प्रोत्साहित करने पर भी केंद्रित करेगा। आपको बता दे की राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस सभी भारतीयों को एक साथ आने, खुद को शिक्षित करने और कैंसर से प्रभावित लोगों को अपना समर्थन देने के लिए प्रोत्साहित करता है।