Punjab News: त्यौहारो के मद़देनजर पंजाब स्वास्थ्य विभाग ने सूबावासियों के लिए जारी की एडवाइजरी
चंडीगढ़, 31अक्टूबर (विश्ववार्ता) दिपावली खुशियों का त्यौहार होता है लेकिन पटाखो के शोर से हवा मे प्रदूषित होने के कारण स्वास्थ्य के प्रति ज्यादा जागरूक होने की जरूरत है। जैसे पंजाब मे ज्यो ज्यो ठंड बढ़ रही है, हवा की गुणवत्ता बिगडऩी शुरू हो गई है, जिसके चलते सिविल सर्जन डा.राजविन्द्र कौर ने वायु प्रदूषण संबंधी एडवाईजरी जारी करते हुए लोगों को प्रदूषण से बचने की अपील की है।
उन्होंने कहा कि पराली जलाने के कारण व त्योहारों के कारण चलने वाली आतिशबाजी के धूएं से स्थिति और खराब हो जाती है। उन्होंने कहा कि बिगड़ती हवा की गुणवत्ता उन लोगों में रोग व मौत की दर को बढ़ाती है, जोकि इसके संपर्क में आते हैं, खास कर बच्चे, गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग और लंबे समय से सांस की बीमारियों से पीडि़त लोग हैं।
सिविल सर्जन ने लोगों को अपील की है कि प्रदूषण वाली जगहों पर जाने से परहेज करें, दिन के लिए अपनी बाहरी गतिविधियों की योजना बनाने से पहले वायु गुणवत्ता सूचकांक की जांच करने के लिए वैबसाईट सीपीसीबी का प्रयोग करें और खराब वायु प्रदूषण के दिनों में बाहर सुबह व देर शाम सैर करने से परहेज करें। इसके साथ ही सुबह जॉगिंग व शारीरिक कसरत वाली गतिविधियों से भी परहेज करें।
उन्होंने कहा कि देर शाम व सुबह बाहरी दरवाजें व खिड़कियां खोलने से परहेज करें और जिन लोगों को सांस लेने में मुश्किल, खांसी व छाती में दर्द होता है उन्हें अपना चैकअप करवाना चाहिए और आंखों आदि में जलन होने पर भी तुरंत नजदीकी डाक्टर से सलाह लेनी चाहिए है। किसी भी तरह की वस्तु, लकड़ी व फसलों के अवशेषों को आग लगाने से परहेज करना चाहिए, ताकि हवा प्रदूषण ओर ना बढ़े।
इसके अलावा प्रदूषण के हानीकारक प्रभावों को कम करने के लिए ऐंटीआक्सीडैंटों के साथ भरपूर मौसमी फल व सब्जीयां खाने व हाईड्रेशन बनाए रखने के लिए पानी अधिक पीना चाहिए है। इसके अलावा सिगरेट, बीड़ी व अन्य संबंधित तंबाकू उत्पादों को पीना बंद करना चाहिए है। उन्होंने कहा कि ज्यादा ट्रेफिक वाले क्षेत्रों के नजदीक कसरत करने से परहेज करना चाहिए, क्योंकि यहां प्रदूषण आम तौर पर अधिक होता है। उन्होंने लोगों को अपील की कि साफ हवा के लिए सभी को अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए है।