Karwa Chauth 2024: करवा चौथ आज
भारतीय पंरपरा मे है विशेष महत्व
जानिये करवा चौथ पर कहां कब निकलेगा चंद्रमा
दिल्ली, पंजाब व हरियाणा मे यह रहेगा यह समय
चंडीगढ़, 19 अक्टूबर ( विश्ववार्ता) भारतीय पंरपरा मे करवा चौथ का विशेष महत्व है। करवा चौथ का त्यौहार हर साल कार्तिक माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। ‘करवा चौथ’ पर सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और उसके स्वस्थ-सुखी जीवन की कामना करते हुए पूरे दिन बिना अन्न-जल के निर्जला व्रत रखती हैं। करवा चौथ का व्रत काफी कठिन माना जाता है। माना जाता है कि, सच्चे मन से ‘करवा चौथ’ का व्रत रखने से महिलाओं को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है और पति के जीवन पर मंडरा रहा हर संकट दूर हो जाता है। साथ ही पति-पत्नी के बीच रिश्ते मधुर होते हैं और उनका वैवाहिक जीवन अच्छा रहता है।
सभी सुहागिन महिलाओं का निर्जला व्रत रविवार सुबह तडक़े सूर्योदय के साथ शुरू हो जाएगा। इस बार भी चंडीगढ़-दिल्ली समेत अलग-अलग शहरों में चंद्रमा के निकलने की अलग-अलग टाइमिंग रहने वाली है। बताया गया है कि, दिल्ली में चंद्रोदय टाइमिंग रात 7 बजकर 54 मिनट की रहेगी। नोएड में भी यही टाइमिंग होगी। गाजियाबाद में रात 7 बजकर 53 मिनट की रहेगी। गुरुग्राम में चंद्रोदय टाइमिंग रात 8 बजकर 16 मिनट की रहेगी। फरीदाबाद में रात 8 बजकर 4 मिनट पर चंद्रोदय टाइमिंग रहेगी।
करवा चौथ का व्रत सूर्योदय के साथ शुरू होकर चंद्रमा के उदय तक रखना होता है। ‘करवा चौथ’ की विधिवत पूजा-अर्चना करने के बाद सभी विवाहित महिलाएं अंतता चंद्रमा को देखकर और अघ्र्य देकर अपना व्रत तोड़ती हैं। पति के हाथ से पानी पीकर करवा चौथ का व्रत खोला जाता है। यानि जब तक चंद्रमा नहीं निकलेगा और व्रती महिलाएं दर्शन नहीं कर लेंगी। तब तक महिलाएं अपना व्रत नहीं तोड़ पाएंगी। इसलिए आइये यह जान लेते हैं कि, इस बार ‘करवा चौथ’ 2024 पर कहां पर कब चंद्रमा निकलेगा। इस बार महिलाओं को चंद्रमा कितना इंतजार कराएगा। तो चलिए अब जानते हैं कि 20 अक्टूबर 2024 यानी करवा चौथ के दिन आपके शहर में चांद कब निकलेगा।
करवा चौथ 2024 पूजा शुभ मुहूर्त
इस साल कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि का आरंभ 20 अक्टूबर को सुबह 6 बजकर 46 मिनट से होगा। चतुर्थी तिथि का समापन 21 अक्टूबर को शाम 4 बजकर 16 मिनट पर होगा। बताया जा रहा है कि, इस बार करवा चौथ पर भद्रा का साया भी रहने वाला है। लेकिन केवल 21 मिनट तक ही भद्रा का साया रहेगा। करवा चौथ के दिन भद्रा का साया सुबह 6 बजकर 24 मिनट से 6 बजकर 46 मिनट तक रहेगा।
हालांकि, करवा चौथ के व्रत पर इसका प्रभाव नहीं पड़ेगा। महिलाएं सूर्य उदय से पहले स्नान कर सरगी ग्रहण कर लें और व्रत का संकल्प ले लें। करवा चौथ पर पूजा के लिए शुभ मुहूर्त 20 अक्टूबर को शाम 5 बजकर 46 मिनट से लेकर रात 7 बजकर 2 मिनट तक रहेगा। करवा चौथ पर करवा माता, भगवान गणेश और चंद्रमा की पूजा की जाती है। इसके साथ ही भगवान शिव, मां पार्वती, कार्तिक जी की भी पूजा होती है।