आप ने ज्ञानी हरप्रीत सिंह के खिलाफ विरसा सिंह वल्टोहा की अपमानजनक टिप्पणी की निंदा की
मलविंदर कंग ने ज्ञानी हरप्रीत सिंह से अपने इस्तीफे पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया, कहा – सिख समुदाय को उनकी जरूरत है
इस बयान से अकाली दल बादल का सिख विरोधी चेहरा एक बार फिर उजागर हुआ, वे केवल अपने निजी राजनीतिक लाभ के लिए सिख संस्थानों का दुरुपयोग करते हैं: मलविंदर कंग
चंडीगढ़, 17 अक्टूबर (विश्ववार्ता) आम आदमी पार्टी (आप) ने शिरोमणि अकाली दल (बादल) के नेता विरसा सिंह वल्टोहा द्वारा दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के खिलाफ की गई अपमानजनक टिप्पणी की कड़ी निंदा की है।
मीडिया को जारी एक बयान में आप सांसद मलविंदर सिंह कंग ने कहा कि अकाली दल बादल के नेताओं का ऐसा व्यवहार बेहद निंदनीय है। ज्ञानी रघुबीर सिंह को उनके ही घर में धमकाना और ज्ञानी हरप्रीत सिंह के प्रति ऐसी अपमानजनक भाषा का प्रयोग करना उनकी राजनीतिक मर्यादा में गिरावट को दर्शाता है। दरअसल बादल परिवार ने निजी लाभ के लिए सिख संस्थाओं का हमेशा से दुरुपयोग किया है।
कंग ने कहा कि बादल परिवार प्रासंगिकता बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रहा है। लोकसभा चुनावों में वह केवल एक सीट जीत पाए। उनके स्वार्थ और अहंकार ने उन्हें उसी समुदाय से अलग कर दिया है जिसका वे प्रतिनिधित्व करने का दावा करते हैं।
कंग ने ज्ञानी हरप्रीत सिंह से अपने इस्तीफे पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया और कहा कि सिख समुदाय और पंजाब के लिए उनका नेतृत्व जरूरी है। आम आदमी पार्टी लोगों की सेवा के लिए समर्पित और सिद्धांतवादी नेताओं का समर्थन करती है। कंग ने कहा कि ज्ञानी हरप्रीत सिंह एक ईमानदार व्यक्ति हैं और कई वर्षों से निःस्वार्थ भाव से सिख समुदाय की सेवा कर रहे हैं।