दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ सुनवाई आज
केजरीवाल ने केंद्र पर साधा निशाना
चंडीगढ, 29 अप्रैल (विश्ववार्ता) सुप्रीम कोर्ट शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली सीएम अरविंद केजरीवाल की याचिका पर आजसुनवाई करेगा। केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट से कहा था, मामले में उनकी अवैध गिरफ्तारी स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव तथा संघवाद पर आधारित लोकतंत्र के सिद्धांतों पर हमला है।
जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की पीठ मामले की सुनवाई कर सकती है। केजरीवाल ने पहले शीर्ष अदालत को बताया था कि मामले में उनकी अवैध गिरफ्तारी स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव एवं संघवाद पर आधारित लोकतंत्र के सिद्धांतों पर हमला है।
मामले में गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका पर दायर ईडी के जवाबी हलफनामे के जवाब में केजरीवाल ने कहा कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले आदर्श चुनाव आचार संहिता के लगते ही उनकी गिरफ्तारी का तरीका और समय एजेंसी की मनमानी के बारे में बहुत कुछ बताता है।केजरीवाल ने दावा किया कि यह एक अद्भुत मामला। इसमें केंद्र सरकार ने आम आदमी पार्टी व उसके नेताओं को दबाने के लिए मनी लॉड्रिंग निवारण अधिनियम के तहत ईडी और उसकी व्यापक शक्तियों का दुरुपयोग किया।
बता दें कि अरविंद केजरीवाल ने इससे पहले शीर्ष अदालत से कहा था कि इस मामले में उनकी ‘अवैध गिरफ्तारी’ ‘स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव’ और ‘संघवाद’ पर आधारित लोकतंत्र के सिद्धांतों पर एक अभूतपूर्व हमला है. सीएम केजरीवाल ने कहा कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उनकी गिरफ्तारी का तरीका और समय एजेंसी की ‘मनमानी’ के बारे में बहुत कुछ कहता है. उन्होंने कहा है कि उनकी गिरफ्तारी ऐसे समय हुई जब चुनाव से संबंधित आदर्श आचार संहिता लागू हो गई थी.
प्रवर्तन निदेशालय ने अरविंद केजरीवाल को दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। इसके बाद उन्हें एक अप्रैल से न्यायिक हिरासत में लिया गया। बीते दिनों कोर्ट ने उनकी न्यायिक हिरासत सात मई तक बढ़ा दी थी। केजरीवाल की ही पार्टी के मनीष सिसोदिया भी दिल्ली शराब घोटाला केस में करीब डेढ़ साल से तिहाड़ जेल में बंद हैं। इसके अलावा तेलंगाना के पूर्व सीएम केसीआर की बेटी के. कविता भी इस मामले में तिहाड़ जेल में बंद हैं।