किसानों का रेल रोको आंदोलन आज आठवें दिन मे प्रवेश, शंभू रेल ट्रैक आज भी बंद
भीषण गर्मी मे भी डटे हुए किसान,कुल इतने ट्रेनें हुई बाधित
मुश्किल में मुसाफिर, ये है किसानों की मुख्य मांगे
चंडीगढ़, 24 अप्रैल (विश्ववार्ता) किसानों का अपनी मांगो को लेकर शुरू हुआ रेल रोको आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रही है। उनके विरोध-प्रदर्शन का आज आठवां दिन है। जेल में बंद किसानों की रिहाई की मांग को लेकर रेलवे ट्रैक पर किसान धरने पर बैठे हैं।
इस कारण फिरोजपुर मंडल की 45 ट्रेनें रद्द रहीं, जबकि 60 के रूट बदले गए। अंबाला मंडल की बात करें तो यहां 68 ट्रेनें रद्द रहीं और 74 के मार्ग बदले गए। वहीं, बीकानेर मंडल की हरियाणा से गुजरने वालीं 11 गाडिय़ों को रद्द किया गया। इस तरह कुल 124 गाडिय़ां मंगलवार को रद्द रहीं, जबकि 134 को मार्ग बदलकर रवाना किया गया।
किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने साफ किया कि आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक नवदीप सिंह, अनीश खटकड़ और गुरकीरत सिंह को रिहा नहीं किया जाता। किसानों को जबरन फंसाया गया है। किसान नहीं चाहते थे कि रेल ट्रैक जाम किया जाए, लेकिन उन्हें ऐसा करने के लिए मजबूर किया गया है। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि किसान 13 फरवरी से अपनी मांगों को लेकर बॉर्डरों पर बैठे हैं, लेकिन सरकार उनकी मांगों की ओर ध्यान ही नहीं दे रही है।
25 लाख करने पड़े रिफंड
किसान आंदोलन के कारण फिरोजपुर मंडल से मंगलवार को चलने वालीं 45 ट्रेनें रद्द रहीं, जबकि 60 के रूट बदले गए। रेल डिवीजन फिरोजपुर ने 4,765 यात्रियों को उनकी टिकटों का 25,09,310 रुपये का रिफंड किया है।
अंबाला में रहीं 152 ट्रेनें प्रभावित
किसान आंदोलन के सातवें दिन अंबाला मंडल से होकर गुजरने वालीं 152 ट्रेनों का संचालन प्रभावित रहा। इस दौरान 68 ट्रेनों को रद्द किया, जबकि 74 ट्रेनों को बदले मार्ग से चलाया। पांच ट्रेनों को बीच रास्ते रद्द तो पांच का पुन: संचालन किया। मंगलवार को पिछले दिनों के मुकाबले यात्रियों की संख्या काफी कम रही।
किसान आंदोलन के कारण मंगलवार को बीकानेर मंडल की हिसार से गुजरने वालीं 11 ट्रेनें रद्द रहीं। वहीं, बुधवार को भी 10 ट्रेनें रद्द रहेंगी। बुधवार को गाड़ी संख्या 19272, हरिद्वार-भावनगर टर्मिनल हरिद्वार से प्रस्थान करने वाली परिवर्तित मार्ग वाया अंबाला-पानीपत-रोहतक-दोभ बहली-महम हांसी-हिसार होकर संचालित की जाएगी।
ये है किसानों की डिमांड
किसानों की डिमांड है कि जब तक जेल में बंद साथियों को नहीं छोड़ा जाता तब तक अनिश्चितकाल के लिए ट्रेन रुको आंदोलन जारी रहेगा। इस मौके पर यात्रियों बसंत कुमार दिलीप कुमार बजरंगी का कहना है कि किसानों को अपनी मांगों को रेल मंत्रालय के पास पहुंचने के लिए दूसरा तरीका अपनाना चाहिए ट्रेन रोककर आम आदमी को परेशान करना उचित नहीं है।