आज पंचमहायोग में नवरात्रि शुरू
चंडीगढ़, 3 अक्तूबर (विश्ववार्ता) आज पंचमहायोग में नवरात्रि शुरू हो गई है। इस बार तृतीया तिथि दो दिनों तक रहेगी। 12 अक्टूबर, शनिवार को दशहरा मनेगा। तिथि की गड़बड़ी के बावजूद देवी पूजा के लिए पूरे नौ दिन मिलेंगे।
आज पर्वत, शंख, पारिजात, बुधादित्य और भद्र नाम के पांच राजयोग में नवरात्रि शुरू हो रही है। ज्योतिषियों का मानना है कि इन पंचमहायोग में घट स्थापना होने से देवी आराधना का शुभ फल और बढ़ जाएगा।
नवरात्रि के पहले दिन घट (कलश) स्थापना की जाती है। इसे माता की चौकी बैठाना भी कहा जाता है। इसके लिए दिनभर में दो ही मुहूर्त रहेंगे।
- पहला दिन- मां शैलपुत्री की पूजा – 3 अक्तूबर 2024
- दूसरा दिन- मां ब्रह्मचारिणी की पूजा- 4 अक्तूबर 2024
- तीसरा दिन- मां चंद्रघंटा की पूजा- 5 अक्तूबर 2024
- चौथा दिन- मां कूष्मांडा की पूजा- 6 अक्तूबर 2024
- पांचवां दिन- मां स्कंदमाता की पूजा- 7 अक्तूबर 2024
- छठा दिन- मां कात्यायनी की पूजा- 8 अक्तूबर 2024
- सातवां दिन- मां कालरात्रि की पूजा- 9 अक्तूबर 2024
- आठवां दिन- मां सिद्धिदात्री की पूजा- 10 अक्तूबर 2024
- नौवां दिन- मां महागौरी की पूजा- 11 अक्तूबर 2024
- विजयदशमी- 12 अक्तूबर 2024, दुर्गा विसर्जन
नवरात्रि का त्योहार हिंदू धर्म में विशेष स्थान रखता है। इसमें नौ दिनों तक देवी दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा और धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं। नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना के साथ विधि-विधान पूर्वक माता का स्वागत किया जाता है और अखंड ज्योति जलाई जाती है। अखंड ज्योति दुर्गा के प्रति समर्पण, आस्था और भक्ति का प्रतीक है। अखंड ज्योति का अर्थ है ‘निरंतर जलने वाला दीपक’। इसे देवी की कृपा और आशीर्वाद का स्रोत माना जाता है।