सूर्य देवता के उग्र रूप से लगातार चढ़ता पारा
इस तपती धूप व लू के थपेडो से अपने व परिवार की रखे सुरक्षा
इन लक्ष्णों का न करें नजरअंदाज; नही तो जान से धोना पड सकता है हाथ
चंडीगढ़, 22 अप्रैल (विश्ववार्ता) राजधानी दिल्ली समेत एनसीआर व समूचे उत्तर भारत मे अचानक बढ़ी गर्मी ने लोगों की चिंताएं बढ़ा दी है। तेज गर्मी के बीच लोग हीट वेव का शिकार होकर अस्पताल पहुंचने लगे हैं। इनमें बढ़ी संख्या छोटे बच्चे, बीमार व बुजुर्ग लोगों की है। इन्हें चक्कर आने, अचानक बेहोश होने व दूसरे कारणों से अस्पताल लाना पड़ा।
हीट वेव से बचने के लिए क्या करें।
– दिन में कम से कम तीन लीटर पानी पीयें
– यदि धूप में काम करते हैं तो हर घंटे शरीर को छाया में कुछ देर आराम दें
– अनावश्यक धूप में जाने से बचें
– ढीले व हल्के रंग के कपड़े पहने
उलटी आए तो पीये नींबू-पानी
इनसे बचें
– काफी देर पहले बना या तला हुआ खाने का सेवन न करें
– बासी खाना न खाएं
हीट स्ट्रोक में देरी से इलाज से हो सकती है मौत
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हीट वेव से शरीर में लक्षण
– चक्कर आना
– थकावट होना
– उलटी आना
– बेहोशी महसूस होना
– सिर में दर्द
– आंखों में जलन
– अन्य लक्षण
विशेषज्ञों का कहना है कि हमारा शरीर एक निश्चित तापमान में ही काम कर पाता है। यदि शरीर का तापमान बढ़ता है तो दिक्कत हो सकती है। यह हमारे हार्मोन और प्रोटिन को प्रभावित करता है। ऐसा होने पर शरीर में तुरंत व लंबे समय में परेशानी हो सकती है। तुरंत होने वाली परेशानी में दाने निकलना, त्वचा खराब होना, जांघ पर फंगल संक्रमण, सिर में दर्द होना, मतली आना सहित दूसरी परेशानी हो सकती है। वहीं लंबे समय तक धूप में रहने के कारण आंखों की रोशनी प्रभावित हो सकती है। इसके अलावा लंबे समय तक सिर में दर्द बने रहना, फूड पॉइजनिंग, डायरिया, लू लगना, आंखों में लाल पन होना सहित दूसरी दिक्कत हो सकती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि गर्मी बढऩे के साथ विशेष सतर्कता पर ध्यान देना चाहिए। कोशिश करें की धूप में ज्यादा न रहें। यदि किसी कारण धूप में रहना पड़ता है तो हर घंटे छाए में आए। समय-समय पर पानी पीते रहें, जिससे शरीर में पानी की कमी न हो पाए।