breaking news : आतंक का दूसरा नाम बना आदमखोर भेडिया आया गिरफ् मे
डेढ़ महीने से ज्यादा गांवों में बना डर व दहशत का माहौल
चंडीगढ़, 10 सिंतबर (विश्ववार्ता) बहराइच। उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के करीब 50 गांवों में आतंक का पर्याय बने आदमखोर भेडिय़ों के झुंड में शामिल पांचवें भेडिय़े को मंगलवार तडक़े वन विभाग की टीम ने पकड़ लिया। अब इस झुंड का एक ही भेडिय़ा पकड़ से बाहर है। बहराइच के प्रभागीय वन अधिकारी अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि आदमखोर भेडिय़ों के झुंड में शामिल एक भेडि़ए को आज तडक़े करीब चार बजे घाघरा नदी के पास हरबंसपुर गांव के नजदीक पकड़ा गया। उन्होंने बताया कि यह पिछले करीब डेढ़ महीने से महसी तहसील के 50 गांव में आतंक का पर्याय बने छह भेडिय़ों के झुंड का पांचवां सदस्य है।
अधिकारी ने कहा कि अब इस झुंड का आखिरी भेडिय़ा बचा रह गया है, जो लंगड़ा है तथा उम्मीद है कि उसे भी जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। सिंह ने बताया कि वन विभाग की टीम को रात में ही इलाके में भेडि़ए के कदमों के निशान मिले थे लेकिन क्योंकि रात में उसे पकडऩे का अभियान नहीं चलाया जा सकता था इसलिए तडक़े चार बजे वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और उसे घेर लिया। भेडिय़े ने भागने की कोशिश की लेकिन वन विभाग के लगाए जाल में फंस गया। वनर्किमयों ने ग्रामीणों की मदद से भेडि़ए को दबोचा और उसे पिंजरे में कैद कर लिया।
सिंह ने कहा कि वन विभाग की टीम ने गत 29 अगस्त को झुंड में शामिल चौथे भेडिय़े को पकड़ा था और उसके बाद संभवत: बाकी भेडि़ए सतर्क हो गए थे। उन्होंने बताया कि यह पता चला है कि आदमखोर भेडि़ए के झुंड में एक लंगड़ा भेडिय़ा भी शामिल है लेकिन आज जो भेडिय़ा पकड़ा गया है वह लंगड़ा नहीं है। सिंह ने कहा कि जब तक उसे नहीं पकड़ लिया जाता तब तक परेशानी खत्म नहीं होगी।
बहराइच की महसी तहसील के 50 गांव में आतंक का कारण बने छह भेडिय़ों के झुंड को पकडऩे के लिए पिछली 17 जुलाई से ‘ऑपरेशन भेडिय़ा’ चल रहा है। इन भेडिय़ों के हमले में अब तक कम से कम छह लोगों की मौत हो चुकी है जबकि दो अन्य लोगों की मौत का कारण भी भेडिय़ों का हमला ही बताया जा रहा है। हालांकि अभी इसकी पुष्टि होना बाकी है।