<h3><img class="alignnone size-full wp-image-2192" src="https://wishavwarta.in/hindi/wp-content/uploads/2024/05/aaj-ka-vichar0.png" alt="" width="234" height="234" /></h3> <h3><strong>🌹 आज का सुविचार* 🌹 </strong></h3> <h3><strong>पता नहीं क्यों, लोग और सब देखते हैं, ज़िंदगी नहीं देखते। ज़िंदगी इस पैसे, धरती और आसमान से ज़्यादा क़ीमती है, साहब।</strong></h3> <h3><strong>एक लेखक मरने के बाद अपनी किताबों में तब्दील हो जाता है।</strong></h3> <h3><strong>मौन भी अभिव्यंजना है, जितना तुम्हारा सच है उतना ही कहो ! </strong></h3>