15 अगस्त पर किसानों ने किया बड़ा ऐलान
आंदोलन पिछले 180 दिनों से है जारी
अधिक लोगों को शंभू बॉर्डर और खनूरी बॉर्डर पर पहुंचने की अपील
चंडीगढ, 10 अगस्त (विश्ववार्ता) अपनी मांगो को लेकर करीब 180 दिनों से शंभू बार्डर पर डटे हुए है किसान। इसी बीच शेर-ए-पंजाब किसान यूनियन की एक अहम बैठक शंभू बॉर्डर पर हुई, जिसका नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष गुरिंदर सिंह भंगू ने किया। शंभू बॉर्डर और खानूरी बॉर्डर पर मार्च को लेकर चर्चा के बाद मार्च की संख्या बढ़ाने के लिए सभी जिलों की ड्यूटियां लगा दी गईं। इसके साथ ही अपनी मांगों को लेकर 15 अगस्त को पूरे भारत में ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा। साथ ही लोगों की आजादी छीनने वाले तीन कानूनों की कॉपियां भी जलाई जाएंगी। यह कार्यक्रम मुख्यालय ब्लॉक एवं तहसील स्तर पर संचालित किया जायेगा।
यूनियन अध्यक्ष गुरिंदर सिंह भंगू ने कहा कि शंभू और खानूरी मोर्चों पर किसानों का आंदोलन पिछले 179 दिनों से लगातार जारी है। किसान मजदूर केंद्र सरकार से फसलों पर एस.एस.पी गारंटी कानून बनाने की मांग के अलावा अन्य किसान मांगों को लागू करवाने के लिए सडक़ों पर शांतिपूर्वक बैठे हुए हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि पिछले दिनों माननीय पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने बैरिकेड खोलने की बात कही थी, लेकिन हरियाणा सरकार ने बैरिकेड खोलने की बजाय सुप्रीम कोर्ट में झूठे बहाने बनाकर किसानों को दिल्ली जाने से रोक दिया।
यूनियन अध्यक्ष गुरिंदर सिंह भंगू ने कहा कि शंभू और खानूरी मोर्चों पर किसानों का आंदोलन पिछले 180 दिनों से लगातार जारी है। किसान मजदूर केंद्र सरकार से फसलों पर एस.एस.पी गारंटी कानून बनाने की मांग के अलावा अन्य किसान मांगों को लागू करवाने के लिए सडक़ों पर शांतिपूर्वक बैठे हुए हैं।
शेर-ए-पंजाब किसान यूनियन ी एक अहम बैठक शंभू बॉर्डर पर हुई, जिसका नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष गुरिंदर सिंह भंगू ने किया। शंभू बॉर्डर और खानूरी बॉर्डर पर मार्च को लेकर चर्चा के बाद मार्च की संख्या बढ़ाने के लिए सभी जिलों की ड्यूटियां लगा दी गईं।
इसके साथ ही अपनी मांगों को लेकर 15 अगस्त को पूरे भारत में ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा।साथ ही लोगों की आजादी छीनने वाले तीन कानूनों की कॉपियां भी जलाई जाएंगी। यह कार्यक्रम मुख्यालय ब्लॉक एवं तहसील स्तर पर संचालित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि हालांकि पिछले दिनों माननीय पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने बैरिकेड खोलने की बात कही थी, लेकिन हरियाणा सरकार ने बैरिकेड खोलने की बजाय सुप्रीम कोर्ट में झूठे बहाने बनाकर किसानों को दिल्ली जाने से रोक दिया। इस मौके पर गुरिंदर सिंह भंगू ने किसानों और लोगों से अधिक से अधिक संख्या में शंभू बॉर्डर और खनूरी बॉर्डर पर पहुंचने की अपील की।